मध्यप्रदेश के बजट में इस बार युवाओं, किसानों, महिलाओं पर खासा फोकस किया गया है। जहां एमएसएमई MSME उद्योगों के लिए 2 हजार करोड़ की राशि दी गई वहीं अनुसूचित जनजाति के लिए 4732 हजार करोड़ का प्रावधान किया गया है।
बजट भाषण में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने लाड़ली बहना योजना Ladli Behna Yojana की राशि तो नहीं बढ़ाई लेकिन उनके लिए अहम घोषणा की। वित्त मंत्री ने प्रदेश की लाड़ली बहनों को पीएम जीवन ज्योति, पीएम सुरक्षा बीमा कराने व अटल पेंशन योजना से जोड़ने की बात कही। बीमा और पेंशन योजना के कारण लाड़ली बहनों का भविष्य खासा सुरक्षित हो जाएगा, इसमें कोई संदेह नहीं पर इसके लिए किस्त कौन भरेगा, अभी यह बात साफ नहीं हुई है।
कहा जा रहा है कि जिन बीमा और पेंशन योजनाओं का बजट में जिक्र किया गया है, उनकी किस्त भी लाड़ली बहना योजना में हर माह मिल रहे पैसों से ही काटी जाएगी। जानकारों के मुताबिक जिन महिलाओं का योजना के लिए नामांकन होगा उन्हें मिलनेवाली राशि से ही बीमा या पेंशन राशि की किस्त काटी जाएगी। इससे लाड़ली बहनों का खासा घाटा हो सकता है। बता दें कि प्रदेश में अभी लाड़ली बहना योजना में 1250 रुपए प्रतिमाह दिए जा रहे हैं। वर्तमान में 1.27 करोड़ पात्र महिलाओं को इसका लाभ दिया जा रहा है।