मंडला विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि सरकार मंडला एनकाउंटर की जांच कराने को तैयार नहीं है। विधानसभा अध्यक्ष ने भी हमारी मांग खारिज कर दी। भाजपा सरकार के इस तानाशाह रवैये के विरोध में हमने विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया है।
यह भी पढ़ें- सेना के सनकी मेजर ने मचाया उत्पात, हरकतें देख सभी रह गए दंग, पुलिस को जाल डालकर करना पड़ा काबू बजट पर चर्चा हुई
वहीं, सदन में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मध्य प्रदेश नगर तथा ग्राम निवेश संशोधन विधेयक पेश किया। इसके बाद बजट पर चर्चा शुरु हुई।
कमलनाथ पहुंचे विधानसभा
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी सोमवार को विधानसभा पहुंचे। उन्होंने मऊगंज में एएसआई की हत्या और इंदौर में वकील-पुलिस झड़प को लेकर कहा कि मध्य प्रदेश कानून-व्यवस्था की नहीं, अव्यवस्था की राजधानी बन चुका है। भ्रष्टाचार की राजधानी बन चुका है। पूरा देश मध्य प्रदेश की ओर देख रहा है। यह भी पढ़ें- सीनियर IPS मनीष शंकर शर्मा का निधन, एमपी में शोक की लहर जल जीवन मिशन में 17,136 करोड़ का प्रावधान
रहली से भाजपा विधायक गोपाल भार्गव ने बजट पर चर्चा के दौरान कहा कि एक दौर था, जब पानी का संकट गंभीर रूप धारण कर चुका था। लोगों को 15 किलोमीटर दूर तक सिर पर गागर रखकर पानी लाने के लिए जाना पड़ता था। लेकिन, अब स्थिति में बड़ा बदलाव आया है। सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत 17,136 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। अब घर-घर में नल से पानी मिलेगा। भार्गव के अनुसार, पानी के संकट से जूझ रहे कई गांवों में तो बेटों के विवाह तक नहीं हो पाते थे। लोग ऐसे गांवों में अपनी बेटियों का विवाह करने से कतराते थे। लेकिन अब हालात पूरी तरह बदल गए हैं और इन गांवों में भी सुविधाएं उपलब्ध होने लगी हैं।
मंडला एनकाउंटर की जांच की मांग
कांग्रेस विधायकों ने मंडला में हुए नक्सली एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए जांच की मांग की। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर नारेबाजी करने के बाद सदन से वॉकआउट किया। इसपर मंडला विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि सरकार मंडला एनकाउंटर की जांच कराने को तैयार नहीं है। विधानसभा अध्यक्ष ने भी हमारी मांग खारिज कर दी है। भाजपा सरकार के इस तानाशाह रवैये के विरोध में हमने विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया है।
लोकायुक्त से मिलने पहुंची कांग्रेस
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल भोपाल में लोकायुक्त से मिलने पहुंचा है। यह प्रतिनिधिमंडल ने लोकायुक्त को परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा घोटाले से संबंधित सबूत सौंपे। साथ ही, प्रतिनिधिमंडल लोकायुक्त से इस मामले की जांच में तेजी लाने की मांग की।
लाल बसों का मुद्दा गर्माया
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने भोपाल में संचालित लाल बसों के संचालन पर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि भोपाल की किन-किन रूटों पर लाल बसों का संचालन हो रहा है और किन एजेंसियों से इन बसों का संचालन किया जा रहा है। शर्मा ने यह भी सवाल किया कि अगर लाल बसों का परिचालन सफलतापूर्वक नहीं हो रहा है, तो इसके लिए जिम्मेदार एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।
भोपाल से आसपास के इलाकों तक बसें नहीं चल रही
रामेश्वर ने बताया कि भोपाल से मंडीदीप, सांची, झगरिया, सीहोर, रायसेन और भोजपुर जैसे इलाकों तक बसें नहीं चल रही हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में 100 नई बसें आने वाली हैं, और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि पहले की तरह कोई गड़बड़ी न हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि, नई बसों के संचालन की पूरी निगरानी होनी चाहिए। साथ ही, पहले बस संचालन में हुई अनियमितताओं की जांच के लिए एक समिति गठित की जानी चाहिए। इसपर परिवहन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने जवाब देते हुए कहा- प्रमुख सचिव को जांच के निर्देश दे दिए जाएंगे।