1. जनजातीय कार्य विभाग में गड़बड़झाला
सतना. खरीदनी है रोटी मेकर मशीन, टेंडर की शर्तों में जोड़ा गद्दा सप्लाई का अनुभव जरूरी जनजातीय कार्य विभाग में आश्रम, शालाओं, छात्रावासों में भोजन की गुणवत्ता सुधारने के लिए सेमी-ऑटोमैटिक रोटी मेकर मशीनें खरीदने की तैयारी है। विभाग ने मशीनों का स्पेसिफिकेशन तय कर जिलों को स्थानीय स्तर पर पारदर्शी टेंडर प्रक्रिया अपनाने के निर्देश दिए। लेकिन 28 जिलों ने इसी निर्देश में सेंध लगा दी।
2. जनपद पंचायत अध्यक्ष बोले- जिस कार्यक्रम का बिल लगाया, वहां पीने का पानी तक नहीं था
रीवा. मऊगंज में बिजली दुकानदार को फल-मिठाई के 15 लाख रुपए का किया भुगतान मऊगंज में जल गंगा संवर्धन के आधे घंटे के कार्यक्रम में जनपद पंचायत ने 14 लाख रुपए से अधिक भुगतान कर दिया। फर्जीवाड़ा ऐसा कि बिजली की दुकान (प्रदीप लाइट हाउस) से मिठाई-पानी और फल की खरीद ली। टेंट के सामान भी बिजली दुकान से ही किराये पर ले लिए। खास यह है कि इतना खर्च होने के बाद भी जनपद अध्यक्ष नीलम सिंह परिहार ने साफ कर दिया कि कार्यक्रम में पीने के पानी तक की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। मामले में जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष राजेश पटेल समेत 17 सदस्यों ने शिकायत की है। कलेक्टर संजय ने जांच के आदेश दिए हैं।जनपद से नस्ती भी गायब
जिस भुगतान को लेकर आरोप लगे हैं, उसकी नस्ती भी जनपद से गायब है। लेखापाल राजमणि कहार ने अध्यक्ष से शिकायत की है कि प्रशासनिक सीईओ रामकुशल मिश्रा ने उनका डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट डिवाइस और मोबाइल अपने पास 17 मई को रखवा लिया। उसके बाद लगातार भुगतान किए। भुगतान से जुड़ी नस्ती जनपद सीईओ ने अपने घर पर रख ली है।ये है मामला
17 अप्रेल को बिछिया नदी के उद्गम स्थल खैरा पंचायत में कार्यक्रम हुआ। बताया गया, इसमें करीब 150 लोग शामिल हुए। पंचायती राज मंत्री प्रहलाद पटेल कुछ ही मिनट रुके थे। लेकिन जनपद के अफसरों ने फर्जी दस्तावेज बना 14.84 लाख का भुगतान कर दिया, जबकि स्वीकृति 2.38 लाख की थी।
दो बिलों के भुगतान की नोटशीट चलाई, नौ बार हुआ भुगतान, जांच की मांग
जल गंगा संवर्धन कार्यक्रम में क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधि थे। वहां पीने के पानी तक की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। दो बिलों के भुगतान की नोटशीट चलाई और नौ बार भुगतान हुआ। इसी की जांच की मांग की है।3. डिंडौरी: समनापुर जनपद पंचायत का कारनामा
भोपाल. 12 लड्डू मंगवाए, एक लड्डू 20 रुपए का, किसने खाया और कहां, किसी को पता नहीं डिंडोरी में सरकारी खर्च पर बीड़ी के धुएं का गुबार उड़ाने वाला भ्रष्टाचार सामने आया है। समनापुर जनपद पंचायत ने 10 कट्टे बीड़ी के बंडल के बिल लगाया है। 10 फरवरी को 3700 रुपए का बिल पास भी करवा लिया। इतना ही नहीं, कुल 11 सामान मंगाए और बिल 14320 रुपए लगाए। हैरानी यह है कि इसमें पोहा, चिरौंजी और फलीदाना भी है। अफसरों की हदें यहीं कम नहीं हुईं। 12 लड्डू के बिल 1440 रुपए लगाए। यानी, एक लड्डू 120 रुपए का खाया। कहां और किसने खाया, इसका पता नहीं है।हर बिल में भ्रष्टाचार
मझियाखार पंचायत के लगभग हर बिल में भयानक भ्रष्टाचार हुआ। 2024 के कुछ बिल निकाले गए तो 14 अगस्त को लगाए बिल में एक ही दिन में 50 किलो नमकीन मंगाई गई। इसका बिल 10 हजार रुपए लगाया गा। इससे एक दिन पहले 13 अगस्त को टेंट, पंडाल और कुर्सी के नाम पर 35,850 रुपए का बिल लगाया।