MP Politics: मध्यप्रदेश की मोहन सरकार एक साल पूरे करने जा रही है। प्रदेश सरकार के एक साल के कार्यकाल को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं, यहां पढ़ें पत्रिका का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू…
MP Politics: Exclusive Interview: डॉ. मोहन यादव सरकार एक साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही है। इस कार्यकाल को भाजपा जहां ऐतिहासिक बता रही है, वहीं कांग्रेस इसे धोखा और छल-कपट की सरकार बताकर घेराबंदी का कोई मौका नहीं छोडऩा चाहती। पत्रिका ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी से विशेष बातचीत की। पेश हैं चर्चा के मुख्य अंश…
स्वर्णिम एमपी बनाने की ओर अग्रसर संवेदनशील मोहन सरकार: वीडी
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ रूपेश मिश्रा की खास बातचीत:
Q. इन 12 महीने में मोहन सरकार कितने कदम चली? A. मोहन यादव सरकार ने मध्यप्रदेश के विकास को गति देने का काम किया है। भाजपा की सरकार लंबे समय से सुशासन देती है। उसे और अच्छा करने का प्रयास एक साल में किया गया है। इस सरकार के अंदर संवेदनशीलता, गुड गवर्नेंस और खासतौर पर त्वरित कार्रवाई कैसे होगी, इस कार्य को मोहन सरकार ने बखूबी किया है।
Q. मोहन सरकार की वो कौन तीन योजनाएं हैं, जिनका जनता में सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा? A. सरकार किसानों के लिए हर प्रकार से तत्पर है। सबसे अच्छा कदम साइबर तहसील का उठाया गया। हेल्थ सेक्टर के मामले में काफी अच्छा काम हुआ है। मौजूदा दौर में लगभग हर जिले में मेडिकल कॉलेज हैं। डॉक्टर की कमी पूरी करने को भर्ती प्रक्रिया तेजी से चल रही है। तीसरा पीएम श्री एंबुलेस योजना। अपने संसदीय क्षेत्र की तीन घटनाओं का प्रत्यक्षदर्शी हूं कि अगर उन्हें एयर एंबुलेंस से भोपाल नहीं भेजा जाता तो उनकी जान चली जाती। इसीलिए मैं कहता हूं कि ये संवेदनशील सरकार है।
Q. पूर्ववर्ती सरकारों ने भी ऐसे प्रयास किए, लेकिन धरातल पर ठोस असर नहीं दिखा? A. सीएम व सरकार ने और इस क्षेत्र में काम करने वालों ने त्वरित समाधान की तैयारी कर रखी है। जैसे सीएम ने कई बार सिंगल विंडो का जिक्र किया है। यहीं इन्वेस्टर कॉन्क्लेव है, उद्योगपति हैं और यहीं जमीन भी है। सब एक जगह।
Q. कांग्रेस विधायकों का कहना है उनके साथ पक्षपात हो रहा है? A. लगता है कि विपक्ष सफेद झूठ बोल रहा है। नकारात्मक राजनीति कर रहा है। योजनाएं तो सबके लिए हैं। केन-बेतवा लिंक परियोजना का उद्घाटन करने पीएम मोदी आ रहे हैं। अब अगर वहां कांग्रेस का विधायक है तो या पानी उसके क्षेत्र में नहीं मिलेगा। ये काम करते नहीं हैं और बहाना बनाने में माहिर हैं।
Q. क्या सीएम अपने फैसलों से हिन्दूवादी सरकार की छवि गढऩा चाहते हैं? A. मेरा मानना है कि हिन्दुत्व इस देश का मर्म है। इसलिए इस दिशा में अगर कोई अच्छे काम करना, जैसे लाउडस्पीकर बंद करना फैसला लिया है तो गलत क्या है। ये तो पूरे समाज का फैसला है। हां, मोहन सरकार ने धर्म-आध्यात्म पर फोकस किया है। दिवाली, होली, गोपूजन को उत्सव के रूप में क्यों नहीं मनाना चाहिए। गोशालाओं में पूजा करने को हिन्दुत्व से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। विपक्ष को हिन्दुत्व से और भारतीय संस्कृति से एलर्जी है। कांग्रेस के दिग्विजय सिंह तो इसके ब्रांड एंबेसडर हैं। वो केवल एक वर्ग को खुश करने के लिए हिन्दुत्व पर प्रहार करते हैं।
Q. पूर्व की सरकारों के काम को लेकर सवाल ये है कि आपने पूर्व सीएम शिवराज सिंह और मौजूदा सीएम डॉ. मोहन दोनों के साथ काम किया, काम के तरीके में क्या अंतर पाते हैं?
A. दोनों की अपनी-अपनी भूमिका है। शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश को बीमारू से विकसित राज्य बनाया, मिस्टर बंटाधार ने प्रदेश का क्या हाल कर दिया था किसी से छिपा नहीं है। फिर ‘करह्रश्वशननाथ’ ने 15 माह में भ्रष्टाचार की अलग भूमिका बना दी थी। अब डॉ. मोहन यादव विकसित मप्र को स्वर्णिम मप्र बनाने की ओर अग्रसर हैं।
सरकार बताए कि निवेश प्रस्तावों में से कितने धरातल पर उतरे: जीतू
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के साथ डॉ. दीपेश अवस्थी की खास बातचीत:
Q. मोहन सरकार एक साल पूरा करने जा रही है। इस अवधि में सरकार विकास के कितने कदम चली?
A. सरकार भले ही एक साल पूरा हो रहा हो, लेकिन इस एक साल में सरकार ने जनता से लगातार झूठ बोला। गुमराह किया। सरकार जनहित के मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाकर केवल छल, कपट और धोखा जनता के साथ कर रही है। जिन वादों को लेकर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है, वे एक भी वादे पूरे नहीं हुए। यानी राज्य की स्थिति पहले से ज्यादा खराब हुई है।
Q. आप कह रहे हैं वादे पूरे नहीं हुए, जबकि भाजपा सरकार तो दावा कर रही है कि लाड़ली बहना, किसान, युवाओं सहित सभी वर्गों से किए वादे पूरे हुए। A. आप ही बताएं कौन से वादे पूरे हुए। लाड़ली बहनों को 3000 रुपए देने का वादा किया गया था, बहनें आज तक इंतजार कर रही हैं। किसानों को धान के 3100 रुपए, गेहूं के 2700 रुपए मिलने थे, लेकिन नहीं मिले। युवाओं को नौकरी नहीं, जबकि एक लाख युवाओं को नौकरी देने की बात की थी।
Q. इस एक साल में सरकार की उपलब्धियां मानते हैं? A. पहले ही कह चुका हूं कि जनता से किए वादे पूरे नहीं हुए, उपलब्धि के मामले में इस सरकार को शून्य ही कहूंगा। दूसरी ओर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है। अपराध बढ़ रहे हैं। सरकार की नीतियों के कारण नफरत और घृणा की स्थिति बनी हुई है। अजा-अजजा, दलितों पर अत्याचार की पराकाष्ठा हो चुकी है। आए दिन महिलाओं से दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ रही हैं। पता नहीं भाजपा सरकार प्रदेश को किस ओर ले जाना चाहती है।
Q. सरकार तो सुशासन की बात कह रही है? A. सुशासन की बात करने वाली भाजपा सरकार में अराजकता की स्थिति है। बिना लिए-दिए कोई काम नहीं होता। अफसरों के रातों-रात तबादले हो रहे हैं। मंत्रालय दलाली का अड्डा बना हुआ है।
Q. सरकार इंडस्ट्री समिट कर रही है। इसे कैसे देखते हैं? A. सरकार बताए कि जितने निवेश प्रस्ताव आए, उनमें कितने धरातल पर उतरे। सीएम हवाई यात्राओं में व्यस्त हैं। राज्य पर कर्ज बढ़ रहा है। आर्थिक स्थिति पर सरकार श्वेत-पत्र पेश करे। बेहतर होता कि जो निवेश कर चुके हैं, उद्योग स्थापित हैं, उन पर ध्यान दिया जाए। योंकि सरकार की गलत नीतियों के कारण कई उद्योग बंद होने के कगार पर हैं।
Q. आपने शिवराज सिंह चौहान, मोहन यादव दोनों का कार्यकाल देखा है। डेढ़ साल के लिए कमलनाथ सरकार भी रही। इन सरकारों के कार्यकाल को आप कैसे देखते हैं? A. शिवराज झूठ बोलते थे, लेकिन काम भी करते थे। दूसरी ओर मोहन यादव झूठ बोलते हैं, काम भी नहीं करते। दोनों के कार्यकाल में आमजन की कहीं सुनवाई नहीं हुई। कमलनाथ अनुभवी व्यक्ति हैं। अनुभवी नेता भी हैं। उनका कार्यकाल बेहतर रहा। जनहित के कई काम हुए, जनता से किए वादे पूरे किए।