दरअसल, शिकायकर्ता गौरव शर्मा ने कनका फूड्स प्राइवेट लिमिटेड का मालिक है। उसने जब शासकीय श्रमोदय आवासीय विद्यालय के प्राचार्य से दो महीने पहले की भोजन सामग्री के बिल के भुगतान करने के लिए कहा तो प्रिंसिपल विजय सिंह महोबिया ने प्रति बिल की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।
इसकी शिकायत गौरव शर्मा ने लोकायुक्त में कर दी। जिसके बाद लोकायुक्त की टीम ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुए प्रिंसिपल को विजय सिंह महोबिया 50 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया है।
इस पूरे मामले पर एसपी दुर्गेश राठौर ने कहा कि गौरव शर्मा कनका फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के संचालक है। जो कि मुंबई के ए-104, एवरग्रीन सिटी, मीरा रोड के निवासी हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि स्कूल में मेस का बिल दो महीने से पेंडिग था। जिसका भुगतान करने के लिए 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी।