मौसम विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि प्रदेश में इन दिनों अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री के बीच चल रहे हैं, वहीं न्यूनतम तापमान भी सामान्य से अधिक बने हुए हैं। ऐसे में रात में भी सर्दी का असर कम हुआ है। प्रदेश में ग्वालियर को छोड़कर शेष स्थानों पर अधिकतम तापमान बढ़े हुए रहे।
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पहले सप्ताह में इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर और नर्मदापुरम संभागों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री अधिक रहेंगे दिन में पश्चिमी गर्म हवाओं के कारण इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, रीवा, शहडोल संभागों में अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री तक रह सकते हैं। पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादलों की आवाजाही भी रहेगी।
जानिए कैसा रहेगा मार्च का दूसरा सप्ताह
न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री अधिक रहने की संभावना। गुजरात के ऊपरी प्रति चक्रवातीय हवाओं के कारण भोपाल, जबलपुर, सागर सहित कुछ स्थानों पर थोड़ी राहत भी मिल सकती है। अधिकतम तापमान इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, सागर संभागों में 33 से 35 डिग्री, जबकि भोपाल, रीवा, नर्मदापुरम आदि संभागों में 31 से 34 तक रह सकते हैं। दक्षिण, पश्चिम क्षेत्रों में बादल छा सकते हैं।
जानिए कैसा रहेगा मार्च का तीसरा सप्ताह
उत्तर पश्चिम हवा के कारण इंदौर संभाग में न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 से 4 डिग्री अधिक रह सकते हैं, शेष संभागों में भी थोड़े बढ़े रह सकते हैं। इसी प्रकार अधिकतम तापमान प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर 34 से 38 डिग्री तक रह सकते हैं। साथ ही छिटपुट वर्षा संभव है। पश्चिमी विक्षोभ और दक्षिण पूर्वी हवाओं के मेल के कारण दक्षिण पूर्वी हिस्से में हल्के बादल, बूंदाबांदी की संभावना बन सकती है।
जानिए कैसा रहेगा मार्च का चौथा सप्ताह
अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है। अधिकतम तापमान जबलपुर संभाग में 37 से 40 और भोपाल सहित पूरे प्रदेश में 38 से 42 डिग्री के बीच रहने की संभावना है। जबलपुर, शहडोल, नर्मदापुरम संभागों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। मार्च के आखिरी दिनों में अनेक स्थानों पर लू भी चल सकती है।
लालीना कमजोर
मौसम विभाग के वैज्ञानिक का कहना है, वर्तमान में भूमध्य रेखीय प्रशांत महासागर में दुर्बल लानीना की स्थिति है और अधिकांश हिस्सों में समुद्र की सतह का तापमान सामान्य से ठंडा है। ग्रीष्म ऋतु में लानीना के लगातार कमजोर होने की संभावना है। ऐसे में तापमान सामान्य से अधिक रह सकते हैं। जिसके चलते मार्च से ही प्रदेश में लू जैसी स्थिति के संकेत दिखाई दे रहे हैं।