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अब ड्रोन दीदी भी उड़ान भरने को तैयार
प्रशासनिक सेवाओं में भी प्रदेश से हर साल चयनित होने वाली बेटियों की संख्या बढ़ रही है। मध्यप्रदेश में अभी तक महिलाएं तीन बार राज्यपाल, एक बार मुख्यमंत्री और दो बार मुख्य सचिव रह चुकी हैं। अभी मंत्रिमंडल में पांच महिलाएं हैं जो लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, महिला एवं बाल विकास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, नगरीय विकास और पंचायत जैसे विभाग संभाल रही हैं। प्लेन से लेकर ट्रेन चलाने में भी महिलाएं पीछे नहीं। अब ड्रोन दीदी भी उड़ान भरने को तैयार हैं।
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- मध्यप्रदेश में बीते एक वर्ष में मान्यता प्राप्त स्टार्टअप की संख्या 4012 से बढ़कर 5230 हो गई है। महिलाओं द्वारा संचालित स्टार्टअप की संख्या 1864 से बढ़कर 2490 हो गई है।
- शाजापुर-दुपाड़ा-नलखेड़ा मार्ग पर चाचाखेड़ी गांव स्थित टोल का प्रबंधन महिलाओं के हाथ है। ज्योति स्व-सहायता समूह ने डेढ़ साल में 1.13 करोड़ का टोल संग्रह किया।
- 30,264 महिला समूहों और 12,685 महिला उद्यमियों को 2% ब्याज अनुदान के रूप में 648.67 लाख रुपए वितरित किए जा चुके हैं।