Bijapur News: महज 10 दिनों में बिगड़ी छात्रा की तबीयत
ज्ञात हो कि छात्रा को 20 जुलाई को चक्कर और पेट दर्द की शिकायत पर सीएचसी भोपालपटनम लाया गया था, जहां से प्राथमिक जांच के बाद उसे जिला अस्पताल
बीजापुर रेफर किया गया। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने पुष्टि की कि छात्रा करीब तीन से चार माह की गर्भवती है। बताया जा रहा है कि छात्रा 10 जुलाई को छुट्टियों के बाद छात्रावास लौटी थी और महज 10 दिनों में उसकी तबीयत बिगड़ गई।
छात्रावास में 12 दिन पहले ही नई अधीक्षिका ने पदभार ग्रहण किया है, जबकि पूर्व अधीक्षिका ने अभी तक दस्तावेजों और छात्राओं की जानकारी का पूरा हस्तांतरण नहीं किया है। ऐसे में छात्रावास की निगरानी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। इधर मंडल संयोजक ने बताया कि अधीक्षिका से जानकारी मिलते ही वह तत्काल अस्पताल पहुंचे और छात्रा को उचित इलाज दिलाया गया।
इलाज से इनकार, परिजन ले गए साथ
डॉ. रत्ना ठाकुर, सिविल सर्जन जिला अस्पताल: छात्रा को कल ही भर्ती किया गया था, छात्रा गर्भवती है। परिजन इलाज से इनकार कर उसे अस्पताल से वापस घर ले गए। छात्रावासों की निगरानी पर फिर उठे सवाल
Bijapur News: इस पूरे घटनाक्रम के बाद एक बार फिर से
छात्रावासों की निगरानी, सुरक्षा और व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। आश्रम जैसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थान पर इस तरह की लापरवाही से प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गहरे प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं।
सहायक आयुक्त ने तलब की रिपोर्ट
आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त देवेंद्र सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने पर मंडल संयोजक को तलब किया गया है और पूरे घटनाक्रम की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।