CG News: निर्माण कार्यों की सूची डीईओ से मांगी
दरअसल स्कूलों के मरम्मत का काम डीईओ ने अपने स्तर से जारी कर दिया। इससे जिलाध्यक्ष नाराज हो गए। जिलाध्यक्ष ने जिला शिक्षा अधिकारी पर कमीशनखोरी का आरोप लगाया है। नाग ने इस संबंध में एक प्रेसवार्ता करते हुए खुली चेतावनी दी कि अब से जिले में कोई भी काम मुझसे पूछकर ही बांटा जाए। नाग ने बताया कि विभाग की ओर से जारी निर्माण कार्यों की सूची डीईओ से मांगी गई। जब सूची को मंडल कार्यकर्ताओ को भेजा गया तो पता चला कि सभी काम डीईओ ने पहले से दूसरे लोगों में बांट दिए हैं। इस पर नाग ने कहा कि मैं जिले का जिलाध्यक्ष हूं पहले मुझे इस बारे में जानकारी देनी चाहिए थी। मेरे अनुसार काम को बांटा जाना चाहिए था।
नाग ने कहा कि कई सालों के बाद जिला पंचायत, जनपद पंचायत और नगर पंचायतों में कार्यकर्ताओ ने जोश के साथ काम किया और भाजपा को जीत मिली। पहले ग्रामीण क्षेत्र में कहीं भी हमारी पहुंच नहीं थी। ऐसे हालात में हमने वापसी की। अब हमें अपने कार्यकर्ताओं को देखना है। डीईओ अपने चहेतों को काम बांटेंगे तो हमारे कार्यकर्ताओं का क्या होगा। हमें उन्हें भी देखना है।
विधायक बोले- यही भाजपा का सुशासन है…
मामले में बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि भाजपा जिलाध्यक्ष का बयान शर्मनाक है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि खुलेआम काम मांग रहे हैं। यही भाजपा का चरित्र है। यही भाजपा का सुशासन है। सुशासन का दंभ भरने वाली साय सरकार में भाजपाइयों की नियत अब उनकी जुबान से ही जनता सुन रही है। भाजपा का उद्देश्य सिर्फ बस्तर को लूटना है। इसकी शुरुआत हो चुकी है। बीजापुर जिले में चल रही भाजपा की मनमानी का कांग्रेस हर स्तर पर विरोध करेगी।
डीईओ ने कहा- नाग के आरोप तथ्यहीन
CG News: बीजापुर डीईओ धनेलिया ने भाजपा जिलाध्यक्ष के आरोपों पर कहा कि स्कूल मरमत के काम पूरे नियमों के साथ किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा जिलाध्यक्ष के आरोप तथ्यहीन हैं। निर्माण कार्य चहतों को नहीं दिए गए हैं। शाला प्रबंधन समिति और प्राचार्य के निगरानी में काम होगा। प्रबंधन समिति से ही भुगतान होगा। कमीशनखोरी जैसी कोई बात नहीं है। निर्माण में कोई भी लापरवाही होगी तो कार्रवाई की जाएगी। दरअसल शिक्षा विभाग ने राज्य स्तर से बीजापुर जिले के सरकारी स्कूलों के मेंटेनेंस के काम के लिए पैसे जारी किए थे। यह राशि बस्तर संभाग के सभी जिलों में जारी की गई है। हालांकि इन पैसों के लिए ऐसी जुबानी जंग बीजापुर जिले में ही दिखाई दी है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के ८४ स्कूलों के मेंटेनेंस के लिए ७२ लाख रुपए जारी किए गए हैं। मीडिल स्कूल और प्राइमरी स्कूल को ८०-८० हजार रुपए दिए गए हैं। वहीं हायर सेकेंडरी स्कूलों को एक लाख २० हजार रुपए जारी किए गए हैं। पूरी लड़ाई इन्हीं कामों के लिए है।