जंगल में चारा लेने गए थे पिता-पुत्र
52 वर्षीय जय सिंह अपने 26 वर्षीय बेटे नवनीत के साथ जंगल में मवेशियों के लिए चारा लेने गए थे। अचानक एक गुलदार ने जय सिंह पर हमला कर दिया। पिता को बचाने के लिए नवनीत ने बहादुरी दिखाते हुए बाल्टी को हथियार बना लिया और गुलदार पर लगातार प्रहार करने लगा।
शोर सुनकर पहुंचे अन्य ग्रामीण
नवनीत की हिम्मत और शोरगुल सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे अन्य किसान भी मौके पर पहुंचे। सभी ने मिलकर लाठी-डंडों से गुलदार को भगाया। इस हमले में गंभीर रूप से घायल जय सिंह को पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
गांव में फैली दहशत
घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीण डरे-सहमे हैं और जंगल की ओर जाने से कतरा रहे हैं। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जंगल में कांबिंग ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन गुलदार का कोई सुराग नहीं मिला।
गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया
वन रेंजर गोविंद राम गंगवार ने बताया कि गुलदार को पकड़ने के लिए क्षेत्र में पिंजरा लगाया जा रहा है। साथ ही घायल किसान को सरकार की ओर से सहायता राशि दिलाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
पहले भी हो चुके हैं हमले
यह पहली घटना नहीं है। दो दिन पहले इसी इलाके में गुलदार ने 40 वर्षीय खुर्शीद अहमद पर भी हमला किया था। वहीं कुछ दिन पूर्व रेहड़ क्षेत्र में गुलदार एक घर में घुस आया था और मां-बेटी को घायल कर गया था। गन्ने की कटाई के बाद खुले में घूम रहा गुलदार
गन्ने की फसल कटने के बाद अब गुलदार खुले खेतों और सड़कों पर भी दिखाई देने लगा है, जिससे ग्रामीणों में डर का माहौल है। वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे जंगल की ओर समूह में जाएं और पूरी सतर्कता बरतें। साथ ही गुलदार को पकड़ने के प्रयास पूरी मुस्तैदी से किए जा रहे हैं।