जांच में होगा खुलासा
एएसपी ने बताया कि पैसे बरामद होने वाले व्यक्ति ने पूछताछ में अपनी कंपनी के तीन-चार कार्मिकों के यहां काम कर रहे होना बताया है। उन्हें ही यह राशि देने के लिए आया होने की बात कही है। परन्तु इतनी बड़ी राशि नकद देने का कोई प्रावधान नहीं होता। गहनता से जांच करने पर वास्तविकता सामने आएगी।भ्रष्टाचार कई दिन से चर्चा में
एमजीएसयू में एक निजी व्यक्ति के प्रशासनिक कार्यों में दखल को लेकर कई दिनों से भ्रष्टाचार की बातें सामने आ रही है। विश्वविद्यालय के अधिकार क्षेत्र में आने वाले कार्यों में दखल और विवि में जमा फंड को खर्च करने को लेकर कार्मिकों में असंतोष जैसी बातें चर्चा में रही है। अब एसीबी का छापा पड़ने को इन चर्चाओं से जोड़कर देखा जा रहा है।विवि कार्मिकों में हड़कंप
एमजीएसयू में एसीबी टीम के दबिश देने से विवि प्रशासन और संबंधित विभागों के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। सभी ने अपने मोबाइल बंद कर लिए। एसीबी ने विवि का परीक्षा केन्द्र कार्यालय अपनी निगरानी में ले लिया। करीब ढाई घंटे तक एसीबी की कार्रवाई चली।मोबाइल में है राज
सूत्रों के मुताबिक एसीबी पकड़े गए मनोज सांखला के मोबाइल फोन की कॉल रिकॉर्डिंग कोे भी खंगाल रही है। इसमें यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि विवि के परीक्षा से जुड़े टेंडर की प्रक्रिया से संबंधित अधिकारियों या कर्मचारियों में से यह व्यक्ति किसी से सम्पर्क में था या नहीं।कार्रवाई करेंगे
पंतनगर आया हुआ हूं। विवि के परीक्षा भवन में एसीबी के जांच करने पहुंचने की सूचना मिली है। विवि लौटने पर पूरा मामला देखा जाएगा। नियमानुसार जो भी कार्रवाई बनती है, वह की जाएगी। सेमेस्टर एग्जाम और रिजल्ट तैयार करने को लेकर विवि टेंडर के माध्यम से कार्य करवाता है। इस कार्रवाई का टेंडर से कोई संबंध होगा तो उसे निरस्त किया जाएगा।– आचार्य मनोज दीक्षित, कुलपति एमजीएसयू बीकानेर