किसनाराम के पड़पोते करण आशीष जाड़ीवाल ने बताया कि उनकी अंतिम यात्रा मंगलवार दोपहर 2 बजे मोक्षधाम, कालू रोड पहुंचेगी। किसनाराम किडनी और सीने में संक्रमण की बीमारी से जूझ रहे थे। उन्होंने 94 वर्ष की आयु में श्रीडूंगरगढ़ में अंतिम सांस ली।
बीजेपी नेताओं ने जताया गहरा शोक
किशनाराम नाई के निधन पर केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष रामगोपाल सुथार, पूर्व विधायक बिहारी लाल बिश्नोई, भाजपा नेता अशोक भाटी ने किशनाराम नाई के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
जानें कैसा रहा इनका राजनीति सफर
वर्ष 1956 में अपना राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले किशनाराम नाई तीन बार भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए। वे नगर पालिका श्रीडूंगरगढ़ के चेयरमैन, बीकानेर देहात भाजपा जिलाध्यक्ष और चूरू भाजपा जिलाध्यक्ष भी रहे। साल 1990 में दिग्गज नेता कुंभाराम आर्य को हराकर वे चर्चा में आए थे। किशनाराम नाई ने 1993 में भैरोंसिंह शेखावत सरकार पर आए राजनीतिक संकट में संकट मोचक की भूमिका निभाई थी। इसके बाद से ही वे पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भैरोंसिंह शेखावत के खास माने जाते थे।