कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कोनी क्षेत्र में
गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, पं.सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय, शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, आईटीआई, हाईस्कूल व अन्य शिक्षण संस्थान संचालित हैं। शराब दुकान के चलते छात्राओं और आम नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
liquor shop: छात्रों के साथ ही शिक्षाविद भी समर्थन में
कोनी से शराब दुकान हटाने की मांग कांग्रेस नेताओं के अलावा यहां आसपास रहने वाले ग्रामीण, स्कूल कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं और शिक्षाविदों द्वारा भी की जा रही है। सेंट्रल यूनिवर्सिटी के साथ ही स्कूल प्रबंधन द्वारा इस शराब दुकान को हटाने के लिए लंबे समय से कलेक्टर और जिला प्रशासन से मांग की जा रही है। लेकिन आबकारी विभाग और जिला प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। जबकि दुकान शिटिंग के लिए चिन्हित चार जगह विभाग की जानकारी में हैं। धार्मिक आस्था से किया जा रहा खिलवाड़
liquor shop: कांग्रेसियों ने कहा कि जिस स्थान पर शराब दुकान संचालित हो रही है, वह न सिर्फ शैक्षणिक बल्कि धार्मिक दृष्टिकोण से भी संवेदनशील है। दुकान के पास ही हनुमान मंदिर है, जो श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। कांग्रेस नेता जावेद मेमन ने कहा कि शराब दुकान के कारण वहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है, जिससे स्थानीय लोगों, ख़ासकर महिलाओं और छात्राओं का सुरक्षित निकलना मुश्किल हो गया है।
कांग्रेस पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही
शराब दुकान नहीं हटाई गई तो कांग्रेस चरणबद्ध आंदोलन करेगी। उन्होंने चक्काजाम का भी ऐलान किया है। इस दौरान जावेद मेमन, ऋषि पाण्डेय, विनोद साहू आदि मौजूद थे।