मोनालिसा को हीरोइन बनाने वाले डायरेक्टर सनोज मिश्रा करेंगे धर्म परिवर्तन! बोले- मैं अपने परिवार के साथ…
Monalisa Fame Sanoj Mishra: मोनालिसा फेम डायरेक्टर सनोज मिश्रा ने अपने पूरे परिवार के साथ धर्म परिवर्तन की धमकी दी है। उन्होंने जेल से बाहर आने के बाद ऐसा क्यों कहा…आइये जानते हैं।
Sanoj Mishra Video: महाकुंभ वायरल गर्ल को मोनालिसा को बॉलीवुड में डेब्यू कराने वाले डायरेक्टर सनोज मिश्रा जेल से रिहा हो चुके हैं। उन पर एक लड़की ने रेप का आरोप लगा था। लगभग 2 महीने अंदर रहने के बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी हैं। अब रिहा होते ही सनोज मिश्रा ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने धमकी देते हुए वीडियो शेयर किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि मुझे झूठे आरोप में फंसाने वाले वसीम रिजवी को जल्द गिरफ्तार किया जाए। साथ में उन्होंने वसीम रिजवी पर कई आरोप लगाए हैं।
मोनालिसा फेम डायरेक्टर सनोज मिश्रा ने दी धमकी (Mahakumbh Viral Girl Fame Director Sanoj Mishra)
सनोज मिश्रा का रिहाई के बाद गुस्सा फूटा है। सनोज मिश्रा ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “वसीम रिजवी नाम का एक व्यक्ति है जो धर्म परिवर्तन कर, लोगों के साथ छल कर रहा है। अब मैंने उसके आरोपों का पर्दाफाश करना शुरू कर दिया है। उसी के बाद से वह मुझे बदनाम करने की भी कोशिश कर रहा है।”
सनोज मिश्रा ने आगे कहा, ”वसीम रिजवी ने पैसों का लालच देकर मेरी एक सहायक निर्देशिका को भड़का दिया और मुझ पर दुष्कर्म के झूठे आरोप लगवाए। हालांकि, मैंने कानून का पालन किया और जेल भी गया। इसके बाद शिकायत वापस ले ली गई और मुझे रिहा कर दिया गया।” अब मैं चाहता हूं कि वसीम रिजवी नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाए,जिसने मुझ पर झूठे आरोप लगाए हैं।
सनोज मिश्रा ने लगाए वसीम रिजवी नाम के व्यक्ति पर आरोप (Sanoj Mishra convert to Islam?)
सनोज मिश्रा के आगे कहा, “वसीम रिजवी नाम का व्यक्ति, जो अपनी पहचान छिपाकर अपने आप को जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी कहता है। वो लगातार मुझे फंसाने की साजिश कर रहा है। इस कारण मैंने सरकार और पुलिस से उसकी गिरफ्तारी की मांग की है और अगर उसे गिरफ्तार नहीं किया, तो मैं अयोध्या धाम जाकर अपने पूरे परिवार के साथ इस्लाम धर्म ग्रहण कर लूंगा। मुझे इंसाफ चाहिए, मेरे साथ जो गलत हुआ है उसपर मुझे सरकार की मदद चाहिए।”
बता दें, सनोज मिश्रा पर एक लड़की ने काम के बहाने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इस मामले में उन्हें 30 मार्च को पुलिस ने गिरफ्तार किया था और लगभग 2 महीने बाद यानी 30 मई को दिल्ली उच्च न्यायालय ने डायरेक्टर को जमानत दे दी थी और सभी आरोपों को झूठा बताया था।