Randeep Hooda Podcast: चर्चित अभिनेता रणदीप हुड्डा इन दिनों अपनी आगामी फिल्म जाट को लेकर चर्चा में हैं। हाल ही में वह एक चैनल के पॉडकास्ट में शामिल हुए, जहां उन्होंने न केवल अपनी फिल्म को लेकर बात की, बल्कि पहली बार उस अधूरे प्रोजेक्ट पर भी खुलकर बोले, जो उनके करियर का सबसे भावनात्मक हिस्सा था – बैटल ऑफ सारागढ़ी।
शुरुआत में शुभांकर ने रणदीप से पूछा कि जाट फिल्म उनके लिए कितनी खास है। रणदीप ने कहा, “ये फिल्म मेरे दिल के बहुत करीब है। मैं न केवल इसमें एक्टिंग कर रहा हूं, बल्कि इसे डायरेक्ट भी कर रहा हूं। यह मेरे अपने समुदाय और इतिहास की कहानी है।”
जब बात ‘सारागढ़ी’ पर आई, रुंध गया गला
बातचीत जब रणदीप की अधूरी रही ‘बैटल ऑफ सारागढ़ी’ फिल्म की तरफ मुड़ी, तो रणदीप का चेहरा भावुक हो गया। उन्होंने कहा, “मैंने उस फिल्म के लिए तीन साल अपना सब कुछ लगा दिया था। सिख किरदार निभाने के लिए अपने बाल भी नहीं काटे थे। वो बलिदान था, समर्पण था। लेकिन जब फिल्म बीच में ही रोक दी गई, तो बहुत दुख हुआ।”
40% शूट हो चुकी थी फिल्म
शुभांकर ने पूछा, “क्या यह सच है कि फिल्म लगभग 40% शूट हो चुकी थी?” रणदीप ने जवाब दिया, “हां, बिल्कुल। 35-40% फिल्म बन चुकी थी। हमने रिसर्च, ट्रेनिंग और शूटिंग में बहुत मेहनत की थी। एक इतिहास को सही तरीके से दिखाने का सपना था। लेकिन प्रोड्यूसर और स्टूडियो की प्राथमिकताएं बदल गईं। और फिर ‘केसरी’ आ गई।”
अगर मैं होता तो वो फिल्म नहीं करता, अक्षय कुमार पर तीखा कटाक्ष
इसके बाद शुभांकर ने पूछा कि क्या उन्हें अक्षय कुमार और केसरी की टीम से कोई शिकायत है? रणदीप ने थोड़े तीखे लहजे में कहा, “देखिए, अगर मैं होता और जानता कि कोई और पहले से उस पर इतना काम कर चुका है, तो शायद मैं वो फिल्म नहीं करता। इंडस्ट्री में एक-दूसरे की मेहनत का सम्मान करना चाहिए। “मैंने कभी सोशल मीडिया पर कुछ नहीं कहा, लेकिन आज जब आप पूछ रहे हैं तो बता रहा हूं। मेरा गुस्सा सिर्फ इसलिए है क्योंकि हमारी फिल्म में जो ईमानदारी थी, वो अधूरी रह गई।”
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
पॉडकास्ट में रणदीप ने यह भी बताया कि जाट फिल्म में वो इतिहास के कई भूले-बिसरे पहलुओं को सामने लेकर आए हैं। उन्होंने कहा, “हमारा इतिहास सिर्फ मुगलों और अंग्रेजों तक सीमित नहीं है। जाटों, राजपूतों, मराठों, और दूसरे समुदायों ने भी बहुत कुर्बानियां दी हैं। मैं चाहता हूं कि युवा अपने असली नायकों को जाने।”
इस इंटरव्यू का हिस्सा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। लोग रणदीप की ईमानदारी और दर्द को समझ रहे हैं। बहुत से दर्शकों ने रणदीप को सपोर्ट करते हुए लिखा है कि वो सच्चे कलाकार हैं जो केवल शोहरत नहीं, बल्कि आत्मा से अभिनय करते हैं।