पानी कैनाल में गिरने के बाद मांगली नदी की ओर जाने वाले नाले पर कई जगह पर लोगों ने खेतों में तब्दील करके अतिक्रमण करके उसे बंद कर दिया, पिछले कई वर्षों से सायफन टूटने के बाद नहर की दीवार भी यहां पर वर्षों से टूटी होने के चलते यहां निकलने वाले किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब साइफन का निर्माण कार्य होने के बाद में यहां निकलने वाले लोगों की राह आसान हो जाएगी।
आगे कहां निकलेगा पानी
यहां पर करवाए जा रहे साइफन निर्माण कार्य के बाद पानी कहां निकाला जाएगा। यह चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां पर राजमार्ग से राता बरडा बायपास निर्माण कार्य के दौरान सार्वजनिक निर्माण विभाग ने लापरवाही बरती। पूर्व में बन रहे नाले की जगह पर पुलिया का निर्माण कार्य नहीं करवाया गया। ऐसे में अब साइफन बनने के बाद में जैत सागर नाले से आने वाले पानी की निकासी कैसे की जाएगी। यह भी लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
पूर्व में बन रहे नाले के पाइपों को खुलासा करवाने का प्रयास किया जा रहा है। यदि पाइप खुलासा नहीं हो सके तो यहां पर पुलिया निर्माण के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग को चिट्ठी लिखी जाएगी।
अरविंद मीणा, सीएडी, अधिशासी अभियंता, बूंदी