कर्जदार की गैरहाजिरी में मकान सीज किया, महिलाओं व बच्चों को जबरन बाहर निकाला
शहर में एक निजी फाइनेंस कंपनी द्वारा रेलवे स्टेशन के सामने श्रीराम कॉलोनी में सोमवार को एक मकान को अचानक सीज कर दिया। मकान सीज करते समय फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने परिवार को मकान से खाने पीने के सामान व बच्चों के शैक्षणिक किताबें और दस्तावेज निकालने का भी मौका नहीं दिया


बूंदी. मकान के बाहर बैठी छात्राएं
बूंदी. शहर में एक निजी फाइनेंस कंपनी द्वारा रेलवे स्टेशन के सामने श्रीराम कॉलोनी में सोमवार को एक मकान को अचानक सीज कर दिया। मकान सीज करते समय फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने परिवार को मकान से खाने पीने के सामान व बच्चों के शैक्षणिक किताबें और दस्तावेज निकालने का भी मौका नहीं दिया। दसवीं बोर्ड में अध्ययनरत दो छात्राओं के प्रवेश पत्र भी सीज मकान में ही रह गए।दोनों छात्राओं की बुधवार को परीक्षा है।ऐसे में प्रवेश पत्र के लिए दो दिन से दोनों छात्राएं प्रमिला शर्मा व प्रियंका शर्मा सीज मकान के बाहर ही बैठी है।
पीडि़त परिवार ने मंगलवार को राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक चर्मेश शर्मा से मदद मांगी, जिसके बाद शर्मा ने मौके पर पहुंचकर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक ओमप्रकाश गोस्वामी व बूंदी जिले के माध्यमिक परीक्षा प्रभारी चंद्र प्रकाश राठौर से दूरभाष वार्ता करते हुए छात्राओं का भविष्य बचाने के लिए पुन: प्रवेश पत्र जारी करवा कर परीक्षा दिलवाने की मांग रखी। छात्राओं ने शर्मा को जिला शिक्षा अधिकारी के नाम ज्ञापन भी दिया, जिसे शर्मा ने तत्काल मेल कर शिक्षा अधिकारियों को कार्रवाई के लिये भेज दिया। वहीं चर्मेश शर्मा ने बताया कि इस मामले की वे राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत करेंगे।
दो दिन से भूखा है परिवार
पीडि़त परिवार की महिला सुलेखा शर्मा ने बताया कि सोमवार को वह घर पर अपने परिवार व बच्चियों के साथ थी, जिनके नाम पर कर्ज है उनके पति उस समय घर पर नहींं थे।बिना पूर्व सूचना के कर्जदार की अनुपस्थिति में ही फाइनेंस कंपनी वाले जबरदस्ती घर में घुस गए और छोटी बच्ची सहित पूरे परिवार को घर से जबरन बाहर निकाल दिया। जरूरी खाने पीने का सामान और बच्चों के प्रवेश पत्र भी नहीं निकालने दिए। ऐसे में दो दिन से पूरा परिवार भूखा है और मकान के बाहरी खुले में रह रहा है।
Hindi News / Bundi / कर्जदार की गैरहाजिरी में मकान सीज किया, महिलाओं व बच्चों को जबरन बाहर निकाला