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कंपनी ने शेयर का प्राइस बैंड तय किया (Dr Agarwal Healthcare IPO)
कंपनी ने इस आईपीओ (IPO) के लिए ₹382 से ₹402 प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। यह आईपीओ निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर हो सकता है, खासकर जब कंपनी का व्यापार मॉडल और फाइनेंशियल ग्रोथ मजबूत दिखाई दे रही है।डॉ. अग्रवाल हेल्थकेयर का बिजनेस मॉडल और सेवाएं
डॉ. अग्रवाल हेल्थकेयर, जो भारत में नेत्र देखभाल सेवाओं का प्रमुख प्रदाता है, का उद्देश्य अपने मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली आंखों की देखभाल प्रदान करना है। कंपनी के पास 209 सुविधाएं हैं, जो 30 सितंबर 2024 तक सक्रिय हैं। कंपनी की सेवाएं मुख्य रूप से दो प्रमुख श्रेणियों में बांटी जाती हैं:- सेवाएं
- सर्जरी: कंपनी विभिन्न नेत्र संबंधित सर्जरी प्रदान करती है, जिनमें मोतियाबिंद सर्जरी, रिफ्रैक्टिव सर्जरी, सर्जिकल रेटिना उपचार, कॉर्नियल ट्रांसप्लांटेशन, ग्लूकोमा और प्टेरिगियम का इलाज शामिल हैं।
- कंसल्टेशन: इसके अलावा, कंपनी परामर्श, निदान और गैर-चिकित्सीय उपचार जैसे रेटिना लेजर थेरेपी और ड्राई आई ट्रीटमेंट भी प्रदान करती है।
- प्रोडक्ट्स
- ऑप्टिकल उत्पाद: कंपनी नेत्रचश्मे, कांटेक्ट लेंस और संबंधित सामान की बिक्री करती है।
- दवाइयां: नेत्र चिकित्सा से संबंधित दवाइयों की बिक्री भी कंपनी के पोर्टफोलियो में शामिल है।
कंपनी की प्रमुख ताकतें और कमजोरियां
कंपनी की ताकतें:- बाजार में हिस्सेदारी: क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. अग्रवाल हेल्थकेयर ने भारत के नेत्र देखभाल सेवा क्षेत्र में 2023-24 के दौरान 25% से अधिक बाजार हिस्सा प्राप्त किया है।
- सबसे बड़ा नेटवर्क: कंपनी के पास भारत में अपने लिस्टेड और अनलिस्टेड प्रतिस्पर्धियों में सबसे अधिक संख्या में नेत्र देखभाल सेवा केंद्र हैं।
- व्यापक सेवा प्रस्ताव: कंपनी सभी प्रकार की नेत्र चिकित्सा सेवाएं प्रदान करती है, जिससे यह सभी नेत्र चिकित्सा जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होती है।
- हब-एंड-स्पोक मॉडल: कंपनी का नेटवर्क हब-एंड-स्पोक मॉडल पर आधारित है, जो इसे न्यूनतम निवेश के साथ अपने ऑपरेशंस का विस्तार करने में मदद करता है।
- नियामक प्रतिबंध: कंपनी एक नियामित उद्योग में कार्य करती है, जहां नियमों का पालन न करने पर इसके व्यवसाय और प्रतिष्ठा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
- कानूनी दावे: स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते समय कंपनी कानूनी दावों और चिकित्सा लापरवाही से जुड़ी समस्याओं का सामना कर सकती है।
- विस्तार की चुनौती: नए भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, खासकर जब कंपनी को इन क्षेत्रों के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक परिस्थितियों के बारे में कम जानकारी हो।
प्रतिस्पर्धा
भारत में नेत्र देखभाल उद्योग अत्यधिक प्रतिस्पर्धात्मक है। डॉ. अग्रवाल हेल्थकेयर (Dr Agarwal Healthcare IPO) को प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों जैसे एएसजी अस्पताल, दिशा आई अस्पताल, आई 7 अस्पताल, आई क्यू विजन, लोटस आई अस्पताल, और मैक्सिविजन आई अस्पताल से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है। हालांकि, कंपनी के पास अपने विशाल नेटवर्क और व्यापक सेवा प्रस्ताव के कारण प्रतिस्पर्धा से आगे निकलने की क्षमता है।वित्तीय स्थिति
कंपनी ने पिछले कुछ वित्तीय वर्षों में अपनी आय और मुनाफे में मजबूत वृद्धि देखी है। इसके वित्तीय परिणाम निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकते हैं। कंपनी का लक्ष्य आईपीओ (IPO) से मिलने वाली राशि का उपयोग अपने कर्ज को चुकाने में करना है, जिसमें ₹195 करोड़ का हिस्सा इस उद्देश्य के लिए निर्धारित किया गया है।विवरण (₹ करोड़ में) | 6MFY25 | FY24 | FY23 | FY22 |
Revenue from operations | 820 | 1,332 | 1,018 | 696 |
Profit | 39.5 | 95 | 103.2 | 43.2 |
डॉ. अग्रवाल हेल्थकेयर आईपीओ विवरण
- इश्यू साइज: ₹3,027.2 करोड़
- नया इश्यू: ₹300 करोड़ (75.3 लाख शेयर)
- OFS: ₹2,727.26 करोड़ (6.78 करोड़ शेयर)
- प्राइस बैंड: ₹382 से ₹402 प्रति शेयर
- न्यूनतम बोली आकार: 35 शेयर
- निवेश राशि: कम से कम ₹14,070 (एक लॉट के लिए)
- आईपीओ अलॉटमेंट की तारीख: 3 फरवरी 2025
- लिस्टिंग की तारीख: 5 फरवरी 2025