विद्युत लाइन में 28% लाइन का होता है नुकसान
छिंदवाड़ा जिले में करीब सप्लाई होने वाली विद्युत लाइन में 28 फीसद लाइन का नुकसान हो जाता है। अनुमानित 100 फीसद खपत में करीब 72 फीसद की ही या तो बिलिंग हो पाती है या कह सकते हैं कि राजस्व वापस आ पाता है है। जिले में सबसे अधिक लॉइन लास चौरई डिवीजन का 42 फीसद, जबकि सबसे कम छिंदवाड़ा पूर्व संभाग का 15.18 फीसद है। लाइन लॉस बिजली चोरी, मीटर बायपास, मीटर खराब होने, लाइन लीकेज होने, कम क्षमता की अनुमति के बाद अधिक क्षमता के कृषि पंप इस्तेमाल करने के कारण होता है। यह भी पढ़े –
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बिजली कंपनी ने बिजली के चोरों को पकड़ने के लिए ऐप के माध्यम से पूरी तैयारी की है। ऐप के माध्यम से प्रमाण सहित बिजली चोरी की जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी। सूचना सही पाए जाने पर शिकायतकर्ता विद्युत मित्र को 50 हजार रुपए का इनाम उसके बैंक अकाउंट में भेज दिया जाएगा। शिकायत करने के लिए किसी कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऐप में शिकायत वाले सभी विकल्पों को भरने के बाद बिजली चोरी के स्थल की फोटो खींचकर भेजना होगा। कंपनी कर्मचारियों के माध्यम से उसकी पुष्टि की जाएगी।
अधीक्षण अभियंता खुशियान शिववंशी ने बताया कि विद्युत मित्र ऐप को लान्च किया गया है। यदि कोई व्यक्ति ऐप के माध्यम से बिजली चोरी की शिकायत करता है, यह यदि सही पाई जाती है तो नियमानुसार उसके अकाउंट में 50 हजार रुपए भेजे जा सकते हैं। लेकिन शिकायत झूठी पाए जाने पर भी शिकायतकर्ता पर कार्रवाई हो सकती है। ,