ईटीएम में टूजी- थ्रीजी नेटवर्क बना परेशानी
कई परिचालकों ने बताया कि डिजिटल व्यवस्था की शुरुआत अच्छी थी, लेकिन चलती बस में तेज इंटरनेट नेटवर्क नहीं होने से यह व्यवस्था परेशानी का कारण बन गई है। परिचालकों के अनुसार सबसे ज्यादा परेशानी पहाड़ी या दूरदराज के इलाको में आती है। कई बार तो यात्री को समस्या के बारे में समझाना तक मुश्किल हो जाता है। यात्रियों के अनुसार मौजूदा दौर में अधिकांश जगह डिजीटल भुगतान ही चल रहा है। ऐसे में जब रोडवेज प्रबंधन ऑनलाइन भुगतान सुविधा के दावे कर रहा है तो बसों में बेहतर नेटवर्क की सुविधा भी होनी चाहिए।रामगढ़ बांध पर 20 हजार पक्षियों का गूंजता था कलरव, सूखने से 170 किलोमीटर दूर तक प्रकृति हुई बर्बाद
परिचालकों को नहीं जानकारी
कसर रोडवेज के कई परिचालकों को आधुनिक ईटीएम मशीन की जानकारी नहीं होना परेशानी का कारण है। इससे कई बार अप्रिय स्थिति होने पर परिचालक व यात्रियों के बीच विवाद की नौबत आती है। गौरतलब है कि निगम प्रबंधन की ओर से राजस्व रिसाव को रोकने व रोडवेज को घाटे से उबारने के लिए डिजीटल भुगतान शुरू करने की कवायद की गई थी।फैक्ट फाइल:
प्रदेश में ईटीएम मशीन- 300रोडवेज बसों में यात्रियों की संख्या- 7-10 लाख
डिजिटल पेमेंट उपयोगकर्ता- 30 से 35 फीसदी
क्यूआर स्कैनिंग फेल के मामले- 20 से 25 फीसदी