हाइब्रिड मॉडल पर बनने वाले बैराज के निर्माण के लिए 4 साल की अवधि तय की गई है। परियोजना के तहत ब्राह्मणी नदी के व्यर्थ बहने वाले पानी का उपयोग बनास नदी से जोड़कर किया जाएगा।
सेडल डेम से निकलेगी 18 किलोमीटर लंबी नहर
ब्राह्मणी नदी को राणा प्रताप सागर से नहर के जरिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए सेडल डेम से 18 किलोमीटर लंबी नहर निकाली जाएगी। राणा प्रताप सागर का सरप्लस जल ब्राह्मणी नदी में मिलाया जाएगा। पहाड़ों को काटकर बनाएंगे टनल
ब्राह्मणी बैराज से बीसलपुर तक पानी पहुंचाने के लिए करीब 55 किलोमीटर तक पहाड़ों को काटकर टनल बनाई जाएगी। टनल के जरिए श्रीपुरा ब्राह्मणी बैराज से 140 किलोमीटर दूर बीसलपुर पानी पहुंचाया जाएगा।