11 फरवरी तक टीम में हो सकते हैं बदलाव!
बता दें कि बीसीसीआई जरूरत पड़ने पर टीम में बदलाव कर सकता है, क्योंकि आईसीसी ने फाइनल टीम जमा करने की अंतिम तिथि 11 फरवरी निर्धारित की है। हालांकि बाद में भी टीम में बदलाव किए जा सकते हैं, जब फिटनेस संबंधी समस्याएं हों या अपरिहार्य परिस्थितियां चयनित खिलाड़ियों को टीम से बाहर करने के लिए मजबूर करें। इसके लिए आईसीसी को पहले जानकारी देनी होगी। ऐसे में तीन खिलाड़ी हैं, जो अभी भी टीम में जगह बना सकते हैं?
अभिषेक शर्मा भी रहे हैं प्रभावी
इन खिलाडि़यों में सबसे पहला नाम अभिषेक शर्मा का है, जिन्होंने हाल ही में पंजाब के लिए खेलते हुए विजय हजारे ट्रॉफी में गेंदबाजों पर जमकर कहर बरपाया है। उन्होंने 130.44 की स्ट्राइक रेट से 467 रन बनाए और 170 का अपना सर्वोच्च स्कोर भी बनाया। हालांकि टीम में यशस्वी जायसवाल संभवतः बैकअप ओपनर के रूप में कैंप के साथ यात्रा कर रहे हैं, लेकिन अगर कोई अन्य बल्लेबाज बाहर होता है तो टीम शर्मा को भी शामिल किया जा सकता है। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि ये बाएं हाथ का विस्फोटक बल्लेबाज कितना प्रभाव डाल सकता है। टी20 क्रिकेट में ये खुद को साबित कर चुका है, ऐसे में वनडे फॉर्मेट में भी इसे दोहराया सकता है। निश्चित रूप से चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत की अंतिम एकादश में उनके लिए जगह बनाना मुश्किल हो सकता है, लेकिन वह बैकअप के रूप में यात्रा कर सकते हैं। बुमराह फिट नहीं हुए तो हर्षित राणा बेहतर विकल्प
जसप्रीत बुमराह की फिटनेस अभी भी चिंता का विषय है, अगर बुमराह चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पूरी तरह से फिट नहीं होते हैं तो टीम में अर्शदीप सिंह की जगह बनती है। हालांकि, ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि बुमराह के स्थान पर हर्षित राणा बेहतर विकल्प हो सकते हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपने डेब्यू पर प्रभावित किया था। सफेद गेंद के साथ उनकी क्षमता से सभी वाकिफ हैं, सभी ने आईपीएल में उनकी गेंदबाजी देखी है। हम उम्मीद कर सकते हैं कि अगर टीम को जरूरत महसूस होती है तो वे उन्हें बतौर रिजर्व खिलाड़ी रह सकते हैं, क्योंकि वह इस भारतीय टीम में एक बेहतरीन बैकअप हो सकते हैं।
नितीश रेड्डी बन सकते हार्दिक पांड्या का बैकअप
ऑस्ट्रेलिया में बल्ले से शानदार प्रदर्शन करने वाले नितीश कुमार रेड्डी हार्दिक पांड्या के बैकअप के तौर पर आ सकते हैं। हाल ही में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर रेड्डी ने शानदार प्रतिभा का प्रदर्शन किया था। अगर वह टीम में जगह बनाते हैं तो वह टीम को मजबूती दे सकते हैं। पिछले दो सालों में रेड्डी ने अविश्वसनीय विकास किया है और बड़े मैचों के लिए तैयार दिख रहे हैं। पंड्या के चोटिल होने पर रेड्डी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए मैदान में उतर सकते हैं।