‘पूर्ण समर्पण और ईमानदारी के साथ 100% से ज़्यादा दिया’
मुशफिकुर ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा कि मैं वनडे फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर रहा हूं। सब कुछ के लिए अल्हम्दुलिल्लाह। भले ही हमारी उपलब्धियां वैश्विक स्तर पर सीमित रही हों, लेकिन एक बात तय है कि जब भी मैंने अपने देश के लिए मैदान पर कदम रखा तो पूर्ण समर्पण और ईमानदारी के साथ 100% से ज़्यादा दिया। पिछले कुछ हफ़्ते मेरे लिए बहुत चुनौतीपूर्ण रहे हैं और मुझे एहसास हुआ है कि यही मेरी नियति है। आखिर में मैं अपने परिवार, दोस्तों और अपने फैंस का तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहूंगा, जिनके लिए मैंने पिछले 19 साल क्रिकेट खेला है। चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के खिलाफ बनाई थी गोल्डन डक
बता दें कि मुशफिकुर का फॉर्म हाल के दिनों में सुर्खियों में रहा है और
चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान वे और भी अधिक जांच के घेरे में आ गए थे। मुशफिकुर भारत के खिलाफ गोल्डन डक पर आउट हो गए और न्यूजीलैंड के खिलाफ सिर्फ 2 रन बना सके। उनका आखिरी वनडे अर्धशतक पिछले साल मार्च में श्रीलंका के खिलाफ आया था। नवंबर में अफगानिस्तान के खिलाफ दो वनडे और नवंबर और दिसंबर में वेस्टइंडीज दौरे के लिए वे चोटिल हो गए थे।
पहली बार 2007 के विश्व कप में छोड़ी थी छाप
बांग्लादेश के वनडे इतिहास के दिग्गज खिलाड़ी के तौर पर मशहूर मुशफिकुर ने पहली बार 2007 के विश्व कप में अपनी छाप छोड़ी थी, जब उन्हें अनुभवी खालिद मशूद की जगह चुना गया था। उन्होंने चयनकर्ताओं के भरोसे पर खरा उतरते हुए त्रिनिदाद में भारत के खिलाफ़ जीत में अर्धशतक जड़ा। मुशफिकुर जल्द ही मध्यक्रम के मुख्य खिलाड़ी बन गए और वे लगभग दो दशकों तक बांग्लादेश की टीम में लगातार मौजूद रहे।
मुशफिकुर रहीम का क्रिकेट करियर
मुशफिकुर रहीम 274 मैचों में 36.42 की औसत से 7795 रन के साथ बांग्लादेश के दूसरे सबसे अधिक वनडे रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, जिसमें नौ शतक और 49 अर्द्धशतक शामिल हैं। वे 250 से अधिक वनडे खेलने वाले पांच विकेटकीपरों में से एक हैं। इस लिस्ट कुमार संगकारा, एडम गिलक्रिस्ट और एमएस धोनी जैसे दिग्गज हैं।