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Birthday Special: 56 साल के हुए सनथ जयसूर्या, जिसने विस्फोटक बल्लेबाजी से बदल दिया था पॉवरप्ले में बैटिंग का टेम्पलेट

विस्फोटक बल्लेबाजी के बादशाह सनथ जयसूर्या 56 साल के हो गए हैं। अपनी आक्रामक पारी से उन्होंने वनडे क्रिकेट का ही नहीं, बल्कि टी20 के आने से पहले ही बल्लेबाजी का नया स्वरूप गढ़ दिया था। 1996 के विश्व कप विजेता श्रीलंकाई टीम के हीरो, जयसूर्या ने बल्ले और गेंद दोनों में कमाल दिखाया। 

भारतJun 30, 2025 / 05:50 pm

Vivek Kumar Singh

Sanath Jayasuriya Birthday Special Story (Photo- ICC)

Sanath Jayasuriya Birthday Special Story (Photo- ICC)

Sanath Jayasuriya Birthday: पहला टी20 विश्व कप 2007 में खेला गया था। इस फॉर्मेट को बड़ी लोकप्रियता प्राप्त हुई है और इस वजह से वनडे और टेस्ट फॉर्मेट के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। इसकी वजह टी20 में बल्लेबाजों की धुआंधार और विस्फोटक बल्लेबाजी है। क्रिस गेल, एबी डिविलियर्स, सूर्यकुमार यादव, रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाजों ने साबित किया है कि टी20 में कुछ भी असंभव नहीं है। लेकिन, एक ऐसा भी बल्लेबाज है, जिसने 1996 विश्व कप से ही ऐसी बल्लेबाजी शुरू की थी, जैसी अब टी20 फॉर्मेट में की जा रही है। नाम है सनथ जयसूर्या।
श्रीलंका के मतारा में 30 जून 1969 को जन्मे सनथ जयसूर्या न सिर्फ श्रीलंका बल्कि विश्व क्रिकेट के सबसे प्रभावशाली और लोकप्रिय खिलाड़ियों में एक रहे। 1989 से 2011 तक श्रीलंका के लिए खेलने वाले जयसूर्या 1999 से 2003 तक टीम के कप्तान भी रहे। इस दौरान 38 टेस्ट और 117 वनडे में उन्होंने टीम का नेतृत्व किया। सनथ जयसूर्या क्रिकेट इतिहास के सफलतम और विस्फोटक सलामी बल्लेबाजों में से एक रहे। उनके सामने गेंदबाजी करना किसी भी गेंदबाज के लिए चुनौती होती थी।
इसकी वजह जयसूर्या के पास ताकत के साथ-साथ क्रिकेट की किताब का हर वह शॉट था, जो गेंदबाजों को परेशान करने के लिए पर्याप्त था। सनथ जयसूर्या ने 1996 विश्व कप में विकेटकीपर बल्लेबाज रोमेश कालूवितर्णा के साथ मिलकर टीम को ऐसी शुरुआत दी, जिसने कहीं न कहीं क्रिकेट में बल्लेबाजी के अंदाज को बदल दिया। उस विश्व कप में श्रीलंका चैंपियन बनी थी और उसमें जयसूर्या की बड़ी भूमिका रही थी। जयसूर्या ने टूर्नामेंट में 221 रन बनाने के साथ-साथ सात विकेट लिए थे और प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे थे।

वनडे क्रिकेट का बदल दिया टेम्पलेट

सनथ जयसूर्या के करियर पर नजर डालें तो 110 टेस्ट में 14 शतक और 31 अर्धशतक की मदद से उनके नाम 6,973 रन, 445 वनडे में 28 शतक और 68 अर्धशतक की मदद से 13,430 रन और 31 टी20 में चार अर्धशतक की मदद से 629 रन बनाए। जयसूर्या एक बेहतरीन लेग स्पिनर रहे हैं। बाएं हाथ से गेंदबाजी करने वाले जयसूर्या ने टेस्ट में 98, वनडे में 323 और टी20 में 19 विकेट लिए हैं। टेस्ट क्रिकेट में जयसूर्या के नाम तिहरा शतक है। 30 आईपीएल मैचों में एक शतक और चार अर्धशतक की मदद से 768 रन बनाने वाले जयसूर्या ने 13 विकेट लिए। जयसूर्या अपने जमाने में लंबे-लंबे छक्के लगाने के लिए मशहूर रहे। गेंदबाज कोई भी, उनके पास मैदान के किसी भी भाग में छक्के लगाने की क्षमता थी। वनडे में 270, टेस्ट में 59 और टी20 में 23 छक्के उन्होंने लगाए। वनडे में सर्वाधिक छक्के लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में वह चौथे स्थान पर हैं।
श्रीलंका की तरफ से वनडे में सबसे ज्यादा शतक, सबसे ज्यादा छक्के जयसूर्या के नाम हैं। वह इस फॉर्मेट में कुमार संगाकारा के बाद श्रीलंका के दूसरे सफल बल्लेबाज हैं। वनडे फॉर्मेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में वह 11वें स्थान पर हैं। जयसूर्या श्रीलंका ही नहीं वनडे के दुनिया के श्रेष्ठतम ऑलराउंडरों में गिना जाता है। साल 2011 में सनथ जयसूर्या ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। राजनीति में भी वह सक्रिय रहे और 2010 से लेकर 2015 तक सांसद रहने के साथ ही श्रीलंका सरकार में मंत्री भी रहे। राजनीति छोड़कर वह क्रिकेट की दुनिया में फिर से लौट चुके हैं और मौजूदा समय में श्रीलंका क्रिकेट टीम के हेड कोच हैं।

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