36 वर्षीय मैक्सवेल ने 2012 में ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे डेब्यू किया था। वह 2015 और 2023 में ऑस्ट्रेलिया की वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा रहे। अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और शानदार फील्डिंग के लिए मशहूर मैक्सवेल ने कई यादगार पारियां खेली हैं। मैक्सवेल ने यह कदम अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप और अन्य ग्लोबल टी20 टूर्नामेंट्स पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित करने के लिए उठाया है।
वनडे करियर की प्रमुख बातें
मैक्सवेल ने अगस्त 2012 में वनडे डेब्यू किया था और कुल 149 वनडे मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 3,990 रन बनाए, जिनमें एक दोहरा शतक, चार शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं। उनका आखिरी वनडे मैच 4 मार्च 2025 को भारत के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी में खेला गया था।
संन्यास के पीछे की वजह
मैक्सवेल ने ‘फाइनल वर्ड पॉडकास्ट’ में बताया कि उनकी फिटनेस अब लगातार वनडे खेलने के लिए पूरी तरह उपयुक्त नहीं है। उन्होंने कहा कि चयनकर्ताओं के साथ चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया ताकि टीम में नए खिलाड़ियों को मौका मिल सके और वे खुद टी20 क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
यादगार पारी
मैक्सवेल की वनडे करियर की सबसे यादगार पारी वर्ल्ड कप 2023 में वानखेड़े स्टेडियम में अफगानिस्तान के खिलाफ थी, जहां उन्होंने नाबाद 201 रन बनाए थे। उन्होंने इसे अपने करियर की सबसे बेहतरीन पारी बताया।
चयनकर्ताओं और टीम की प्रतिक्रिया
ऑस्ट्रेलिया के मुख्य चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने मैक्सवेल की तारीफ करते हुए कहा कि वह वनडे फॉर्मेट के सबसे शानदार खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने बताया कि मैक्सवेल अब भी टी20 टीम के लिए महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहेंगे।
भविष्य की योजनाएं
मैक्सवेल ने हाल ही में आईपीएल 2025 में पंजाब किंग्स के लिए खेला, लेकिन उंगली में फ्रैक्चर के कारण टूर्नामेंट छोड़ना पड़ा। वे जल्द ही यूएस में शुरू होने वाली मेजर लीग क्रिकेट के लिए फिट होने की कोशिश कर रहे हैं और कैरेबियन दौरे के लिए ऑस्ट्रेलिया की टी20 टीम में शामिल हो सकते हैं।