इससे पहले कोलकता ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया जिसका फायदा उठाते हुए लखनऊ ने ओपनिंग साझेदारी में 102 ओवर में 99 रन जोड़े। लखनऊ के दोनों ओपनरों मार्श और एडन मारक्रम ने आतिशी अंदाज में गेंदबाजों की पिटाई की। मारक्रम 28 गेंदों पर चार चौकों और दो छक्कों की मदद से 47 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद मार्श और पूरन ने गेंदबाजों को पीटने का सिलसिला जारी रखा। मार्श ने 48 गेंदों पर 81 रन में छह चौके और पांच छक्के लगाए। पूरन ने टूर्नामेंट की अपनी शानदार फॉर्म जारी रखी। पूरन ने मात्र 36 गेंदों पर नाबाद 87 रन में सात चौके और आठ छक्के मारे।
एक समय लखनऊ की टीम 250 के स्कोर तक पहुंच रही थी, जब मिचेल मार्श और एडन मारक्रम और फिर पूरन खेल रहे थे। लेकिन पूरन अपना शतक और टीम 250 का स्कोर नहीं कर पाई, इसका मलाल रहेगा क्योंकि पूरन आखिरी ओवर में ज्यादा बड़े शॉट नहीं लगा पाए लेकिन लखनऊ ने 238 रन बनाकर इस आईपीएल में अपना दूसरा सबसे बड़ा स्कोर बना लिया। केकेआर के गेंदबाजों के लिए यह एक भूलने वाला दिन था। जॉनसन ने 15.33 प्रति ओवर, राणा ने 12.75, नरेन ने 12.66 और रसेल ने 16 रन प्रति ओवर दिए।
239 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कोलकाता नाइट राइडर्स की शुरुआत तेज तर्रार रही लेकिन क्विंटन डीकॉक 9 गेंदों में 15 और सुनिल नरेन 13 गेंदों में 30 रन बनाकर जल्दी पवेलियन लौट गए। इसके बाद कप्तान अजिंक्य रहाणे और वेंकटेस अय्यर ने मोर्चा संभाला और टीम को मैच में वापस ला दिया। रहाणे 35 गेंदों में 61 रन बनाकर आउट हुए तो अय्यर 45 रन पर चलते बने। रमनदीप सिंह और अंगकृष रघुवंशी ने निराश किया लेकिन रिंकू सिंह ने लखनऊ से लगभग मैच छीन लिया था लेकिन एक गलती ने केकेआर के फैंस को मायूस कर दिया।
केकेआर की गलती, जिससे हार गई टीम
रहाणे और वेंकटेश अय्यर के आउट होने के बाद विकेटों की पतछड़ लग गई। केकेआर ने अंगकृष रघुवंशी, रमनदीप सिंह को रिंकू सिंह से पहले भेजा, जिन्होंने रनगति बढ़ाने का काम किया। अगर रमनदीप या अंगकृष की जगह रिंकू सिंह बल्लेबाजी के लिए आते तो आज मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था।