अगर थर्ड अंपायर ने जितेश को आउट करार दिया होता तो भी विकेटकीपर-बल्लेबाज सुरक्षित होता, क्योंकि पंत ने मैदानी अंपायरों से कहा था कि वह अपील वापस ले लेंगे। पंत के इस फैसले को ऑन-एयर कमेंटेटरों ने खेल भावना का एक बेहतरीन उदाहरण बताया, लेकिन अश्विन को यह बिलकुल भी पसंद नहीं आया, जिन्होंने आईपीएल 2019 में इसी तरह से जोस बटलर को रन आउट किया था।
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर सुनाई खरी-खरी
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि ऋषभ पंत एक शानदार क्रिकेटर हैं। उन्होंने 61 गेंदों में अपना शतक बनाया और 118 रन बनाए, एक शानदार पारी खेली। मुझे नहीं लगता कि यह पहली पारी होगी, मुझे नहीं लगता कि यह आखिरी पारी होगी। ऋषभ पंत क्रिकेट के मैदान पर शानदार प्रदर्शन करेंगे। मैं इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं कि वह कैसे बल्लेबाजी करेंगे। मैं ऋषभ पंत का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। ‘गेंदबाज को छोटा क्यों दिखाया’
उन्होंने आगे कहा, लेकिन एक कप्तान का काम अपने खिलाड़ियों का समर्थन करना है और गेंदबाज को छोटा नहीं दिखाना है। करोड़ों लोगों के सामने उस युवा खिलाड़ी को बदनाम करना बंद करें। क्या हम किसी और के साथ ऐसा करते हैं? गेंदबाज को छोटा क्यों दिखाया जाए? यह वास्तव में अपमान है। क्या होता है कि गेंदबाज इतना छोटा महसूस करता है कि वह कभी ऐसा (फिर से) नहीं करेगा। लोग यहां आकर कमेंट में कहेंगे कि उसे ऐसा नहीं करना चाहिए।
‘दिग्वेश राठी मेरा रिश्तेदार नहीं है’
अश्विन ने कहा कि ऐसा क्यों नहीं किया जाना चाहिए? दिग्वेश राठी मेरा रिश्तेदार नहीं है, वह मेरा दोस्त नहीं है। मैं नहीं जानता कि वह कौन है। उन्होंने कहा कि लेकिन मैं कह रहा हूं कि ऐसा करके आप गेंदबाज को इतना डरा देते हैं कि यह वाकई उसे प्रभावित करेगा। क्योंकि कोई भी गेंदबाज की परवाह नहीं करता, करोड़ों लोगों के सामने अपील वापस ले ली जाएगी और उसे इस तरह से अपमानित किया जा सकता है।