PBKS को मिलेगा फिर मौका
दूसरी ओर भले ही पंजाब किंग्स ये मैच हार गई लेकिन उन्हें फाइनल में पहुंचने का फिर से मौका मिलेगा। पंजाब किंग्स 1 जून को गुजरात टाइटंस और मुंबई इंडियंस के बीच खेले जाने वाले मुकाबले के विजेता से होगा। 1 जून को दूसरा क्वालीफायर खेला जाएगा और अगर पंजाब किंग्स वहां जीत हासिल कर लेती है तो वो फिर से आरसीबी से भिड़ेगी। पंजाब किंग्स का अपने घर में इस सीजन प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और वह महत्वपूर्ण मुकाबले में एक बार फिर चोक कर गए और सिर्फ 101 रन पर ढेर हो गई। इससे पहले आरसीबी की घातक गेंदबाजी के सामने पंजाब की बल्लेबाजी पूरी तरह बिखर गई। पूरे सीजन अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से विपक्षी टीम के लिए मुसीबत बना रहा पंजाब का टॉप ऑर्डर पूरी तरह फ्लॉप रहा। पंजाब किंग्स की पूरी टीम 14.1 ओवर में सिर्फ 101 रन पर ऑलआउट हो गई। प्रियांश आर्य 7, प्रभसिमरन सिंह 18, जोश इंगलिस 4, कप्तान श्रेयस अय्यर 2 और नेहल वढ़ेरा 8 रन बनाकर आउट हुए। शशांक सिंह 3 रन बना सके। छठे नंबर पर उतरे मार्क्स स्टॉयनिस (26), ओपनर प्रभसिमरन सिंह (18) और नवें नंबर पर आए अजमतुल्ला उमरजई (18) के अलावा कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सका। जोश हेजलवुड के आरसीबी से जुड़ने का असर टीम की गेंदबाजी पर स्पष्ट रूप से दिख रहा था। जोश की अगुआई में आरसीबी की गेंदबाजी के सामने पंजाब के बल्लेबाज क्रीज पर खड़े होने का साहस नहीं दिखा सके। पिछले मैचों में हेजलवुड के न होने का नकारात्मक असर आरसीबी की गेंदबाजी पर दिखा था।
तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने 3.1 ओवर में 21 रन देकर तीन विकेट लिए। सुयश शर्मा ने तीन ओवर में मात्र 17 रन देकर तीन विकेट लिए। यश दयाल को दो विकेट मिले। भुवनेश्वर कुमार और रोमारियो शेफर्ड को एक-एक विकेट मिला। आरसीबी के लिए इस मैच में जितेश शर्मा कप्तानी कर रहे हैं। चोट की वजह से वह पिछले कुछ मैचों में ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ के रूप में खेल रहे थे। आरसीबी अगर 102 रन बना लेती है, तो वह फाइनल में पहुंच जाएगी। आरसीबी अब तक तीन फाइनल खेल चुकी है। साल 2009 में अनिल कुंबले, 2011 में डेनियल विटोरी और 2016 में विराट कोहली की कप्तानी में आरसीबी ने फाइनल खेला, लेकिन कभी खिताब नहीं जीत पाई।
102 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पहले ही ओवर में धमाकेदार शुरुआत की। फिल साल्ट और विराट कोहली ने तेजी से रन बनाए लेकिन विराट 12 रन बनाकर आउट हो गए। फिल साल्ट जमे रहे लेकिन दूसरे छोर से मयंक अग्रवाल भी पवेलियन लौट गए। इसके बाद कप्तान रजत पाटीदार आए और टीम को जीत तक पहुंचा दिया। साल्ट 27 गेंदों में 56 रन बनाकर नाबाद रहे तो पाटीदार ने 15 रन बनाए। बेंगलुरु ने 8 विकेट से मुकाबला 10 ओवर में ही जीत लिया और फाइनल में जगह बना ली।