डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर की एयर डिफेंस कार्रवाई को हमें एक संदर्भ में समझने की जरूरत है। पिछले कुछ सालों में आतंकी गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा था, अब हमारी सेना के साथ-साथ निर्दोष लोगों पर भी हमला हो रहा था। 2024 में शिवखोड़ी मंदिर की ओर जाने वाले तीर्थयात्री और इस साल अप्रैल में पहलगाम में मासूम पर्यटक। पहलगाम तक उनका पाप का घड़ा भर चुका था, क्योंकि आतंकियों पर हमारे सटीक हमले एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर को पार किए बिना किए गए थे। हमें पूरा अंदेशा था कि पाकिस्तान का हमला भी सीमा पार से ही होगा, इसलिए हमने एयर डिफेंस की तैयारी की थी। जब 9-10 मई को पाकिस्तान की वायुसेना ने हमारे एयर फील्ड और लॉजिस्टिक इंस्टॉलेशन पर हमला किया, तो वे इस मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने विफल हुए।”
डीजीएमओ राजीव घई ने कहा, “हमारे एयरफील्ड और लॉजिस्टिक्स को निशाना बनाना बहुत कठिन है। मैंने देखा कि विराट कोहली ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया है, वह मेरे पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक हैं। 1970 के दशक में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया के दो गेंदबाजों ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया था। तब ऑस्ट्रेलिया ने एक कहावत दी थी, “राख से राख, धूल से धूल, अगर थॉमो नहीं तो लिली जरूर मार गिराएगा।” अगर आप हमारे रक्षा स्तरों को देखेंगे, तो समझ जाएंगे कि मैं क्या कहना चाहता हूं। भले ही आप सभी स्तरों को पार कर लें, इस ग्रिड सिस्टम का कोई न कोई स्तर आपको जरूर रोक लेगा।”
जनरल राजीव घई ने बीएसएफ की सराहना करते हुए कहा, “जो दुर्दशा आपने पहले और कल पाकिस्तान एयरफील्ड की देखी और एयर मार्शल की प्रस्तुति आज देखी। हमारे एयरफील्ड हर प्रकार से ऑपरेशनल हैं। पाकिस्तान के ड्रोन हमारे ग्रिड के कारण नष्ट हुए। मैं यहां पर अपने बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की सराहना करता हूं, जिसके कारण पाकिस्तान की नापाक हरकतों का विनाश किया गया।”