रोहित शर्मा पर वीरेंद्र सहवाग
क्रिकबज से बात करते हुए सहवाग ने दोहराया कि भारत निश्चित रूप से शीर्ष क्रम में रोहित शर्मा की मौजूदगी को मिस करेगा। रोहित को शतक के करीब पहुंचते देखना पसंद करते। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि वह थोड़ा और खेल सकता था। वह 100 टेस्ट मैच तक पहुंच सकता था और केवल कुछ ही बेहतरीन खिलाड़ी उस मील के पत्थर को हासिल कर पाए हैं। लेकिन उसने अपना फैसला कर लिया है। उसका करियर बिल्कुल शानदार रहा है।
‘वह कह रहे थे कि मैं कहीं नहीं जा रहा हूं’
साथ ही सहवाग ने साझा किया कि वह कई अन्य लोगों की तरह इस फैसले से आश्चर्यचकित थे। खासकर सिडनी में आखिरी बीजीटी टेस्ट में खुद को बाहर करने के बाद रोहित ने जो कहा था। उन्होंने कहा कि मैंने भी ऐसी बातें सुनी हैं कि वह इंग्लैंड दौरे की तैयारी कर रहे थे। वह कह रहे थे कि मैं कहीं नहीं जा रहा हूं। मैं यहीं हूं। ऐसा दिखावा मत करो कि मैंने संन्यास ले लिया है।
चयनकर्ताओं ने रोहित को संन्यास लेने के लिए मजबूर किया?
दिलचस्प बात यह है कि सहवाग ने इस तथ्य पर भी बात की कि चयनकर्ता शायद रोहित को इंग्लैंड सीरीज़ में नहीं चाहते थे। सहवाग ने कहा है कि मुझे यकीन है कि चयनकर्ताओं ने उनसे बात की होगी। उन्हें बताया होगा कि वे क्या सोच रहे हैं। फिर उन्हें कुछ विकल्प दिए होंगे। शायद उन्होंने सोचा कि रोहित शर्मा को टेस्ट कप्तान के रूप में घोषित नहीं करेंगे या शायद हम उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए खिलाड़ी के रूप में भी नहीं लेंगे। इसलिए टीम की घोषणा से पूर्व कुछ और सार्वजनिक होने से पहले रोहित शर्मा ने अपने संन्यास की घोषणा कर दी।