उन्होंने देखा कि शिवलिंग को जलधारी सहित उखाड़ (shivling uprooted) दिया गया है। वहीं स्थान पर दो से तीन फीट गहरा गड्ढा खोदा गया है। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मंदिर पहुंच गए और करहिया पुलिस जानकारी दी। (mp news)
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस
सूचना मिलने के तत्काल करहिया थाना प्रभारी उप निरीक्षक देवेंद्र लोधी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। प्राचीन मंदिर होने के कारण मंदिर से ग्रामवासी ही नहीं आसपास के लोगों की भी गहरी आस्था जुड़ी है। ग्रामवासियों ने पुलिस से भी स्पष्ट कह दिया है कि घटना को अंजाम देने वालों का पता लगाए और उन्हें कड़ी सी कड़ी सजा दिलाई जाए।
दफीना खोरों पर ग्रामीणों की आशंका
ग्रामीणों का मानना है कि मंदिर के नीचे खजाना होने की संभावना के चलते किन्हीं दफीना खोरों ने मंदिर के गर्भ ग्रह में स्थापित भगवान शंकर के लगभग 300 वर्ष से भी अधिक प्राचीन शिवलिंग और जलधारी को गड्ढा करके अलग किया गया है। फिर उसके और नीचे भी गड्ढा खोदा गया है। हालांकि पुलिस इस पहलू समेत अन्य कारणों पर भी जांच कर रही है।
आरोपी होंगे गिरफ्तार
थाना प्रभारी करहिया देवेंद्र लोधी ने कहा कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मूर्ति तोड़ने वालों की पहचान की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।