नगरपालिका के सीएमओ प्रदीप शर्मा पर शनिवार सुबह हिन्दू संगठन और भाजपा कार्यकर्ताओं ने कालिख डाल दी। उनके घर पहुंचकर यह कृत्य किया।
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अवैध रेत कारोबार में फंसा एमपी के मंत्री का बेटा, ड्राइवर ने डंपर मालिक का नाम बताया तो मच गया बवाल सीएमओ पर घंटाघर पर लगे भगवा झंडा को उतरवाने का आरोप लगाया जा रहा है। इसके विरोध में हिंदू संगठन और भाजपाई सुबह से घंटाघर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच 2-3 कार्यकर्ताओं ने सीएमओ के घर पहुंचकर उनके चेहरे पर कालिख पोत दी।
दमोह में रामनवमी और नवरात्रि के मद्देनजर शहर के घंटाघर पर लगाए गए भगवा ध्वजों को हटाने के आदेश देने पर हिंदू संगठनों ने कड़ा विरोध जताया है। दरअसल, शनिवार सुबह नगरपालिका के मुख्य नगर अधिकारी प्रदीप शर्मा द्वारा सफाई कर्मियों को भेजकर ध्वज हटाने की कार्रवाई शुरू करवाई गई थी। जब इसकी जानकारी हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को मिली, तो वे तुरंत मौके पर पहुंचे और सफाई कर्मियों को ध्वज हटाने से रोक दिया। इसके बाद संगठनों ने घंटाघर पर सीएमओ के खिलाफ चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया और नगर पालिका प्रशासन के इस कदम के खिलाफ नारेबाजी की।
इसी बीच आक्रोशित संगठन कार्यकर्ताओं ने सीएमओ के मुंह पर कालिख पोत दी। घंटाघर पर विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंदू संगठनों के दो कार्यकर्ता पूर्व पार्षद प्रतिनिधि विवेक अग्रवाल और सक्रिय कार्यकर्ता छोटू यादव नगर पालिका सीएमओ प्रदीप शर्मा के निवास पर पहुंचे और उनके चेहरे पर कालिख पोत दी। संगठनों ने इसे अपने विरोध का एक तरीका बताया।
कलेक्टर से की निलंबन की मांग
इसके बाद हिंदू संगठन के दर्जनों कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर सुधीर कोचर से सीएमओ को निलंबित करने या अन्यत्र अटैच करने की मांग की। हिंदू संगठन के पदाधिकारियों अंजू खत्री, मोंटी रैकवार, कपिल सोनी, सतीश तिवारी और विक्की गुप्ता ने कलेक्टर से कहा कि यह पहली बार है जब त्योहार को लेकर घंटाघर पर लगाए गए भगवा ध्वजों को हटाने का प्रशासनिक प्रयास किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएमओ का यह कदम हिंदू विरोधी है, जिससे समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
कलेक्टर ने मांगा समय
कलेक्टर सुधीर कोचर ने इस पूरे विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सीएमओ को निलंबित या अटैच करने का अधिकार राज्य शासन के पास है। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उन्हें शासन को भेजा जाएगा। कलेक्टर ने सभी से आग्रह किया कि आगामी त्योहार शांति से मनाया जाए। इस मामले की जांच 10 अप्रेल तक पूरी कर जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।
इधर एसपी श्रुत कीर्ति ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम की विधिवत जांच की जाएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी घटनाएं हुई हैं, उनके वीडियो और फोटो जांच के लिए एकत्र किए जाएंगे।
सीएमओ को जारी होगा शोकाज नोटिस
सीएमओ प्रदीप शर्मा ने इस प्रदर्शन और घटना को लेकर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, संगठन कार्यकर्ताओं की मांग पर कलेक्टर ने सीएमओ को शोकाज नोटिस जारी करने की बात कही है और आश्वस्त किया है कि मामले की संपूर्ण जांच 10 अप्रैल तक पूरी कर ली जाएगी।