CG News: सरकार पर लगाया आरोप
जिला संचालक संतोष मिश्र और प्रांतीय पदाधिकारियों ने बताया कि सरकार द्वारा 46,000 से अधिक पदों की कटौती की है , जिससे न केवल शिक्षकों का भविष्य प्रभावित हो रहा है, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता भी गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है। वहीं पोटा केबिन और कस्तूरबा विद्यालय जैसे संस्थानों में छात्रों की पढ़ाई भी बुरी तरह प्रभावित हो रही है। इन स्कूलों में नामांकन तो हो रहा है, लेकिन शिक्षक नहीं हैं। विभाग का तर्क है कि यहां सेटअप नहीं है। संगठन ने यह भी सवाल उठाया कि 1 से 5वीं तक की कक्षाओं के लिए केवल दो शिक्षकों की व्यवस्था क्यों की जा रही है, जबकि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए कम से कम 3 से 4 शिक्षक जरूरी हैं। साझा मंच ने शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों में लगाने पर भी नाराजगी जताई।
आंदोलन की रूपरेखा तय
आंदोलन की रूपरेखा के अनुसार, 16 से 30 जून तक काली पट्टी पहनकर विरोध, पालकों से संवाद, डीपीआई व शिक्षा सचिव को आवेदन, न्यायालय और प्रधानमंत्री को ज्ञापन, 1 जुलाई को 146 ब्लॉकों में शाला बहिष्कार और अंतत: 5 सितंबर को राज्य स्तरीय प्रदर्शन किया जाएगा। संगठन ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।