सड़क के किनारे अंतिम संस्कार करने को मजबूर ग्रामीण, 10 सालों से झेल रहे मुश्किल
dead body cremated on roadside: एमपी के एक गांव में ग्रामीण सड़क किनारे अपनों का अंतिम संस्कार करने को मजबूर है। दबंगों के कारण वे मुक्तिधाम से वंचित हो गए है और सिस्टम ने मानो आंखें मूंद ली है। (shamshan land occupation)
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(फोटो सोर्स- फेसबुक)
mp news: दतिया जिले के जनपद पंचायत भांडेर की ग्राम पंचायत बिछोदना में शुकवार को बारिश के बीच मृतक का सड़क के किनारे अंतिम संस्कार किया गया। तीन हजार की आबादी वाले इस ग्राम में मुक्तिधाम के निर्माण को लेकर सांसद से लेकर विधायक को आवेदन दे चुके हैं। उधर सरपंच का कहना है कि सरकारी जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है, इसलिए ग्राम में मुक्तिधाम का निर्माण नहीं हो सका है। इसको लेकर जनपद सीईओ को भी आवेदन दिया गया है। (shamshan land occupation)
बीती रात को भगवान दास राजपूत का 55 साल की उम्र में निधन हो गया। सुबह 10 बजे तक मृतक के शव के अंतिम संस्कार को लेकर जगह तलाशने में ग्रामीण जुटे रहें। वहीं दूसरी ओर ग्रामीण और सरपंच प्रतिनिधि के साथ मृतक का शव लेकर सड़क के किनारे पहुंचे। जहां पर उसका अंतिम संस्कार किया गया। ग्रामीण मनोज का कहना है कि मुक्तिधाम के निर्माण की मांग पिछले 10 वर्ष से ग्रामीण कर रहे हैं, लेकिन जनपद से लेकर जिला पंचायत के अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। तीन हजार की आबादी वाले इस ग्राम के लोग अन्य दिनों में नदी के किनारे शव का अंतिम संस्कार करने को मजबूर हैं। (dead body cremated on roadside)
जनपद सीईओ से शिकायत, लेकिन दबंगों पर नहीं हुई कार्रवाई
बिछोदना ग्राम की सरपंच सुशीला रानी देवी कोमल परिहार ने कहा कि जनपद सीईओ भांडेर को 20 दिन पहले आवेदन दिया था कि ग्राम में मुक्तिधाम का निर्माण नहीं हो पा रहा है। इसके पीछे की वजह यह है कि दबंगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया है। लेकिन अभी तक इस पर क्या कार्रवाई हुई है, इसको लेकर मुझे जानकारी नहीं है। जिस दिन सरकारी जमीन से दबंगों का कब्जा हट जाएगा, उस दिन मुक्तिधाम का निर्माण का कार्य शुरु हो जाएगा।
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