जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को ज्ञापन देे चुके हैं, जबकि कई गांवों के ग्रामीण नई ग्राम पंचायतों में जोड़ने व वर्तमान ग्राम पंचायतों से हटाने के विरोध में ज्ञापन देकर आंदोलन की चेतावनी भी दे चुके हैं। ग्रामीणों को लामबंद होता देख क्षेत्र के जनप्रतिनिधि अपने संभावित नफा-नुकसान का आकलन करते हुए पुनर्गठन में दिलचस्पी भी दिखा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार पंचायत पुनर्गठन के तहत लालसोट उपखण्ड को करीब एक दर्जन नवीन ग्राम पंचायतों की सौगात मिल सकती है। वर्तमान में मौजूद 36 ग्राम पंचायतों की संख्या बढ़कर 48 या 49 तक होने की उम्मीद है। इसी तरह रामगढ़ पचवारा उपखण्ड क्षेत्र में भी करीब आधा दर्जन नई ग्राम पंचायत बनने को लेकर कवायद हो रही है। सूत्रों के अनुसार जनप्रतिनिधि व आमजन से मिले सुझावों के अनुसार प्रस्ताव तैयार करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और जिला कलक्टर के समक्ष भेजा जा रहा है। इसके बाद करीब एक माह तक प्रस्तावों को प्रकाशित कर आपत्तियां आमंत्रित की जाएगी।
मिल सकती है एक नई पंचायत समिति
लालसोट में पंचायत पुनर्गठन की इस कवायद के पीछे एक नई पंचायत समिति का सृजन भी कारण माना जा रहा है। संभावना है कि पंचायत पुनर्गठन के बाद लालसोट उपखण्ड के कोथून रोड पर एक नई पंचायत समिति का सृजन होगा, जिसके लिए शिवसिंहपुरा के नाम की सर्वाधिक चर्चा है। नवसृजित पंचायत समिति में कोथून रोड एवं श्यामपुरा रोड के इर्द-गिर्द मौजूद करीब 20 ग्राम पंचायतों को शामिल किया जा सकता है। नई पंचायत समिति का सृजन होने के बाद लालसोट विधानसभा क्षेत्र में तीन पंचायत समिति हो जाएंगी।यह है नई टाइम लाइन
पंचायत पुनर्गठन के लिए पूर्व में ग्राम विकास पंचायती राज विभाग की ओर से जारी कार्यक्रम में संशोधन किया गया है। इसके तहत 30 मार्च तक प्रस्ताव तैयार करना, 31 मार्च से 30 अप्रेल तक प्रस्तावों को प्रकाशित कर आपत्तियां आमंत्रित, 1 से 10 मई तक प्राप्त आपत्तियों का निस्तारण, 11 से 20 मई तक आपत्ति निस्तारण के बाद प्रस्ताव तैयार कर पंचायती राज विभाग को भेजने एवं राज्य स्तर पर 21 मई से 4 जून तक निस्तारण होगा।ये बन सकती है नई ग्राम पंचायतें
सूत्रों के अनुसार लालसोट पंचायत समिति क्षेत्र में घाटा, डिवाचली, बिनोरी, टोडागंगा कल्याणपुरा, कर्णपुरा चक नं.1, बड़ेखण, नालावास, रायमलपुरा, समेल, बिनोरी, थूणियाधिराजपुरा, थलौज, खेड़ली नई ग्राम पंचायतें बन सकती हैं। इनमें कुछ संभावित नवीन ग्राम पंचायतों को लेकर थोड़ा विवाद भी बताया जा रहा है। इसी तरह रामगढ पचवारा पंचायत समिति क्षेत्र में नौरंगपुरा, कंवरपुरा, निचुनिया, टोरड़ा नवीन ग्राम पंचायतें बन सकती है। यहां चांदावास व भयपुर में से किसी एक को नवीन ग्राम पंचायत का दर्जा दिया जा सकता। दोनों ही गांवों के ग्रामीण अपने-अपने दावे को मजबूती व नवीन ग्राम पंचायत का दर्जा देने के लिए एसडीएम सेे लेकर जिला कलक्टर कार्यालय तक गुहार लगा चुके हैं। यह भी पढ़ें
राजस्थान में ग्राम समितियों का होगा गठन, 15 मई तक अब इन पंचायतों का नंबर
इनका कहना है
आमजन से मिले सुझाव के आधार पर प्रस्ताव तैयार कर जिला कलक्टर को भेजे जा चुके हैं, वे ही इस बारे में अधिकृत जानकारी देंगे। प्रस्तावों का प्रकाशन कर आपत्ति मांगी जाएगी।-विजेन्द्र कुमार मीना, उपखण्ड अधिकारी लालसोट