पुलिस के अनुसार मंगलवार सुबह जब स्थानीय ग्रामीण जंगल में पहुंचे तो वह जने का शव पड़ा देखा। इसके बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ भी जुटना शुरू हो गई। मृतक की पहचान श्रीराम योगी (65) पुत्र छीतर योगी के रूप में हो गई। जानकारी मिलते ही मौके पर परिजन पहुंचे। मृतक के गले में फंदा और नाक से खून बहता देखकर परिजन बिलख पड़े।
पेंशन निलवाने गया, लेकिन वापस नहीं लौटा
परिजनों का कहना था कि सोमवार को श्रीराम योगी वृद्धावस्था पेंशन की राशि निकलवाने राहुवास गए थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। परिजनों ने रात 8 बजे तक उनकी तलाश की, लेकिन पुलिस को सूचना नहीं दी। इसके बाद मंगलवार सुबह करीब 8 बजे घर से 500 मीटर दूर जंगल में शव मिलने की जानकारी मिली। शव का मेडिकल बोर्ड से कराया पोस्टमार्टम
घटना की जानकारी मिलते ही एएसपी दिनेश अग्रवाल, डीएसपी चारुल गुप्ता, थानाधिकारी रजत खीची भी मय जाप्ता के पहुंचे और घटना स्थल का मौका मुआयना किया। इस दौरान परिजन भी इसे हत्या का मामला बताते खुलासा करने की मांग करने लगे। पुलिस अधिकारियों ने शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने के बाद मामले की जांच करते हुए शीघ्र खुलासा का भरोसा दिया। जिला हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
शव के पास दो बिस्किट के पैकेट मिले
एएसपी दिनेश अग्रवाल ने बताया कि मृतक के गले में तौलिये का फंदा लगा हुआ था और नाक से खून निकल रहा था। शव के पास दो बिस्किट के पैकेट, टैबलेट की स्ट्रिप और एक माचिस भी मिली। प्रारंभिक जांच में मामला हत्या का लग रहा है।
परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। राहुवास थानाधिकारी रजत खींची ने बताया कि मृतक के पुत्र किशन योगी ने अज्ञात जनों के खिलाफ उसके पिता की हत्या कर शव को जंगल में डालने का आरोप लगाया है।