घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद डिप्टी एसपी रविप्रकाश शर्मा और कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची। हादसा इतना भयावह था कि कार सवार लोग वाहन में बुरी तरह फंस गए थे। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने कार को कैंटर से अलग कर, उसमें फंसे लोगों को बाहर निकाला।
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मौत के मुंह से सांप को निकाला, उसी ने काट लिया… नेकी करना भारी पड़ा, लेकिन फिर हुआ चमत्कार घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार सभी मृतक हरियाणा निवासी हैं, जिनकी पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। पहचान के बाद परिजनों को सूचना देकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी। बताया जा रहा है कि सभी लोग एक ही परिवार के थे हादसे के बाद हाईवे पर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया, जिसे पुलिस ने क्षतिग्रस्त वाहनों को हटवाकर सामान्य कराया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कैंटर सड़क के नजदीक बिना किसी चेतावनी संकेत के खड़ा था, जिससे हादसा हुआ।
इस हादसे ने आरटीओ विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। आमतौर पर आरटीओ कार्यालय के सामने ऐसे भारी वाहन खड़े नहीं होने चाहिए, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। फिलहाल पुलिस हादसे के कारणों की विस्तृत जांच कर रही है और CCTV फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।