राजकीय जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान निर्देश देते एसडीएम विजेन्द्र कुमार मीना। फोटो- पत्रिका
राजस्थान के दौसा के लालसोट शहर में करीब 100 करोड़ रुपए की लागत से राजकीय जिला चिकित्सालय का नवीन भवन बन गया हो, लेकिन आम मरीजों को यहां बेहतर उपचार कैसे मिलेगा, जब चिकित्सक से लेेकर सफाई कर्मचारी तक अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंचेंगे। जिला चिकित्सालय में मची इस अंधेरगर्दी की पोल उस वक्त खुली, जब शनिवार को उपखण्ड अधिकारी विजेन्द्रकुमार मीना औचक निरीक्षण के लिए जा पहुंचे।
यहां नियुक्त कुल 189 कार्मिकों से 58 कार्मिक गैर हाजिर मिले। निरीक्षण के दौरान 3 चिकित्सक, 24 नर्सिंग स्टाफ, 13 फार्मासिस्ट, डीडीसी सहायक सहित 18 अन्य कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। जानकारी के अनुसार एसडीएम को निरीक्षण के दौरान कई चिकित्सकों से कमरे बंद मिले। मरीज चिकित्सकों की बाट जोहते रहे, लेकिन चिकित्सक नदारद मिले। अस्थि रोग विशेषज्ञ चिकित्सक के कमरे व प्लास्टर रूम पर तो ताला ही लटका हुआ मिला। इसके अलावा कई अन्य चिकित्सकों के कमरे भी बंद मिले।
सफाई भी नहीं मिली
दूसरी ओर चिकित्सकों के कमरों में सफाई भी नहीं मिली। निरीक्षण के दौरान उपखंड अधिकारी ने ओपीडी काउंटर पर लाइन में लगे मरीजों से संवाद किया। उन्होंने पुरुष वार्ड, महिला वार्ड, सामान्य वार्ड, एमसीएच विंग का सघन निरीक्षण कर भर्ती मरीजों से व्यक्तिगत बातचीत कर स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति के बारे में जानकारी ली।
ड्यूटी व्यवस्था पर लगा प्रश्नचिन्ह
उपखण्ड अधिकारी विजेन्द्रकुमार मीना के निरीक्षण की सूचना से हड़कंप मच गया। कई चिकित्सक व अन्य कार्मिक तो भागते हुए अपने-अपने स्थान पर पहुंचे, लेकिन तब तक एसडीएम हाजिरी कॉलम में क्रास भी लगा चुके थे। एसडीएम ने बताया कि कई कार्मिकों के डे-ऑफ अथवा शिफ्ट में कार्यरत होना दर्शाया गया, लेकिन प्रथम दृष्टया यह अंकन आनन-फानन में किया हुआ प्रतीत हुआ है, जिससे ड्यूटी व्यवस्था की पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा होता है।
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दिए सख्त निर्देश
निरीक्षण के दौरान कार्मिकोंं की अनुपस्थिति समेत कई अव्यवस्थाओं को लेकर उपखंड अधिकारी ने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ.राजकुमार सेहारा को निर्देश प्रदान किए कि गैर हाजिर मिले कार्मिकों को नोटिस जारी कर कड़ी कार्रवाई भी की जाए, जिससे कि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर प्रशासनिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। एसडीएम ने कहा कि इसकी उच्च स्तर पर सूचना दी जाएगी और विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।