प्रदेश के देवास में यह दर्दनाक वाकया हुआ। यहां महज पांच रुपए की कमी पर मां और मासूम बच्ची को बिना इलाज किए लौटा दिया गया। यह तब हुआ जब सरकार, जरूरतमंदों को फ्री इलाज देने का दावा करती है और इसके लिए योजनाओं के नाम पर करोड़ों रुपए लुटाए जा रहे हैं।
देवास के नेमावर के सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को यह घटना घटी। एक बच्ची जल गई तो मां अपनी बेटी का इलाज करवाने के लिए अस्पताल आई। यहां महिला ने इलाज के पर्ची भी बनवा ली। 20 रुपए में पर्ची बनी लेकिन उनके पास मात्र 15 रुपए ही निकले। 5 रुपए के लिए अस्पताल के कर्मचारी अड़ गए।
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महिला की गोद में झुलसी हुई बच्ची दर्द के कारण तड़पती रही लेकिन कर्मचारी नहीं माने। आखिरकार मां बेटी को बिना इलाज के ही स्वास्थ्य केंद्र से लौटना पड़ा।
बाद में महिला ने बताया कि बेटी जल गई तो इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंची। घर से 20 रुपए लेकर निकली थी पर 5 रुपए कहीं गिर गए। अस्पतालवालों ने साफ कह दिया कि पूरे 20 रुपए ही देने पड़ेंगे। मैं मिन्नतें करती रही पर बेटी का इलाज नहीं किया। गुस्से में मैंने पर्ची फाड़ दी, तो अस्पताल वाले मुझे कार्रवाई करने की धमकी दे रहे हैं।
इधर स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. राहुल उइके ने बताया कि पर्ची वाला मामला उनके संज्ञान में भी आया है। जांच के बाद उचित कार्रवाई करेंगे।