शिक्षा मंत्री दे चुके हैं संकेत
स्कूलों में शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने के संकेत खुद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर दे चुके हैं। उन्होंने एक समारोह में कहा था कि स्कूल में बेहतर एजुकेशन माहौल बनाने के लिए पॉजिटिव सोच होनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने भी स्कूली टीचर्स को सादे कपड़ों में स्कूल आने की नसीहत दी थी। उनका मानना है कि इससे बच्चों के मन में पॉजिटिव इफेक्ट पड़ता है। तब से ही राज्य में शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड के कायस लगाए जाने लगे थेए जो अब पूर्ण होता हुआ दिख रहा है।असम-महाराष्ट्र में ड्रेस कोड लागू
देश के पूर्वी राज्य असम में अगस्त 2023 में शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू किया गया था। इस दौरान पुरुष शिक्षकों को फॉर्मल शर्ट, ट्राउजर, धोती या पायजामा पहनना अनिवार्य किया गया। वहीं महिला शिक्षकों को साड़ी, सलवार-सूट या पारंपरिक वस्त्र पहनने की अनुमति दी गई। देश के सबसे बड़े राज्यों में से महाराष्ट्र में पिछले वर्ष 2024 में ही ड्रेस कोड लागू किया गया। यहां शिक्षकों को टी-शर्ट, जींस और डिजाइनर कपड़े पहनने की अनुमति नहीं है। बल्कि महिला शिक्षकों को साड़ी या सलवार-कुर्ता और पुरुष शिक्षकों को फॉर्मल शर्ट और पैंट पहनने को कहा गया।क्या हो सकता है ड्रेस कोड
-पुरुष शिक्षकों को टी-शर्ट और जींस पहनने पर रोक लगाई जा सकती है।-महिला शिक्षकों को साड़ी या सलवार-सूट पहनकर स्कूल आना अनिवार्य हो सकता है।
-पुरुष और महिला शिक्षकों के लिए विशेष रंग की ड्रेस कोड भी लागू हो सकता है।