रोचक बात यह है कि 2022 मेें भी इन्हीं दुकानों में आग लग गई थी। और उस वक्त हुई आगजनी की घटना का भी अब तक खुलासा नहीं हो पाया है। फल मंडी के अध्यक्ष मोहम्मद शहीद उस्मानी ने बताया कि आग लगने से मंडी में रखी चीकू, कन्नू, सेब, अमरुद, पाइनएप्पल, पपीता आदि फलों की के्रट जलकर खाक हो गईं। जिनकी कीमत 70 से 80 लाख रुपए है।
उन्होंने बताया कि आग की चपेट में शहीद, रियाजुद्दीन, राजू, मंगल, मुल्लाजी, अमजद, गुड्डू शईद, हाजी असगर और शाहरुख की दुकान आई हैं जो कि पूरी तरह से जलकर खाक हो गईं। सुबह 3 बजे के करीब आग लगने की सूचना मिलने पर सभी व्यापारी मौके पर पहुंच गए। अग्निशमन की गाड़ी के देरी से पहुंचने की वजह से दुकानों में रखा पूरा फल जलकर खाक हो गया।
फल मंडी अध्यक्ष ने बताया कि इससे पूर्व 17 जुलाई 2022 को भी फल मंडी में आग लगी थी। जिससे करीब 40 लाख रुपए का नुकसान हुआ था। पीड़ित व्यापारियों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है। फल मंडी अध्यक्ष ने बताया कि पूर्व में लगी आग का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। ऐसे में दूसरी बार आग लगने की घटना को व्यापारी साजिश के तौर पर देख रहे हैं।