इसके बाद भरतपुर सीमा में रोडवेज के भरतपुर डिपो के उडऩ दस्ते ने बस की चेकिंग की गई। जांच पड़ताल के दौरान फ्लाइंग टीम को 6 पैसेंजर बिना टिकट पाए गए। भरतपुर से बस जयपुर के लिए रवाना हो गई। दौसा के पास फिर बस की फ्लाइंग ने चेकिंग की गई। इस दौरान रोडवेज में 24 सवारी बिना टिकट पाई गई। फ्लाइंग टीम ने यहां भी परिचालक को नहीं बदला गया और जांच पड़ताल करने के बाद जयपुर रवाना कर दिया। जयपुर सिंधी कैंप पर पहुंचने के बाद रोडवेज बस की फिर जांच हुई। यहां फ्लाइंग टीम को 10 यात्री बिना टिकट के मिले।
हैरानी की बात यह है कि 44 सवारियों को परिचालक बिना टिकट के यात्रा कराकर जयपुर तक ले गया। चार जगह फ्लाइंग टीम ने चेकिंग भी की गई। उसके बावजूद भी परिचालक को नहीं बदला गया। उधर, मामला उजागर होने पर प्रबंधन में हडक़ंप मच गया। धौलपुर रोडवेज के मुख्य प्रबंधक जगजीत सिंह ने बताया कि बस सारथी संदीप को जयपुर पहुंचते ही ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया और दूसरे चालक, परिचालक के जरिए बस को वापस धौलपुर लाया गया।