Blood Sugar को काबू में रखेंगे ये 5 चीजें, कोलेस्ट्रॉल भी आ जाएगा नार्मल रेंज में
Diabetes का प्रबंधन करने के लिए खान-पान का बहुत महत्व होता है. सही चीजें खाने से आप अपने ब्लड शुगर (Blood sugar) को कंट्रोल में रख सकते हैं. आज हम बात करेंगे 5 ऐसे जरूरी पोषक तत्वों की जो आपके मधुमेह (Diabetes) को काबू में रखने में मदद कर सकते हैं
डायबिटीज (diabetes) का प्रबंधन करने के लिए खान-पान बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. सही पोषण आपके ब्लड शुगर (Blood sugar) को कंट्रोल में रखने में काफी मदद करता है. आज हम जानेंगे 5 ऐसे जरूरी पोषक तत्वों के बारे में जिनको अपनी डाइट में शामिल करके आप मधुमेह (diabetes) को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं:
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फाइबर (Fiber) • फाइबर न सिर्फ आपका वजन कंट्रोल करने में मदद करता है बल्कि ये आपके ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखता है. • घुलनशील फाइबर (soluble fiber) जो ओटमील, मेवे, बीज, फलियां और मटर में पाया जाता है, वो कोलेस्ट्रॉल कम करने और ब्लड शुगर को संतुलित रखने में मदद करता है. • अघुलनशील फाइबर (insoluble fiber) जो गेहूं के चोकर, सब्जियों और साबुत अनाजों में पाया जाता है, ये पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है.
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विटामिन और मिनरल्स (Vitamins and Minerals) • विटामिन और मिनरल्स शरीर के कई कार्यों के लिए जरूरी होते हैं, साथ ही ये इंसुलिन के बेहतर काम करने में भी मदद करते हैं. • अपनी डाइट में हरी सब्जियां, फल और मेवे जरूर शामिल करें.
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क्रोमियम (Chromium) • कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि मधुमेह के रोगियों में क्रोमियम की कमी हो सकती है. क्रोमियम शरीर में इंसुलिन को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है. • साबुत अनाज, ब्रोकोली, और खमीर (yeast) क्रोमियम के अच्छे स्रोत हैं.
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हेल्दी फैट्स (Healthy Fats) • सभी फैट खराब नहीं होते. मछली में पाए जाने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड्स सूजन कम करते हैं और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं. • अलसी के बीज, अखरोट और जैतून का तेल भी हेल्दी फैट्स के अच्छे स्रोत हैं.
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प्रोटीन (Protein) • प्रोटीन आपको लंबे समय तक भरे रहने का एहसास कराता है, जिससे आप कम खाते हैं और आपका वजन कंट्रोल में रहता है. • मछली, अंडा, दालें और चिकन जैसे लीन प्रोटीन (lean protein) के सोर्स पर ध्यान दें.
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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।