जनवरी माह के अंत या फरवरी माह में डूंगरपुर की पटरियों से पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भी दौड़ेगी। हालांकि, रेलवे अधिकारियों ने फिलहाल ट्रेन संचालन को लेकर कोई अधिकृत तिथि घोषित नहीं की है।
लेकिन, पश्चिमी रेलवे की ओर से असारवा से उदयपुर के लिए वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन संचालन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। इससे आस लगाई जा रही है कि जल्द ही इस ट्रैक पर वंदे भारत दौड़ेगी।
लेक्ट्रिफिकेशन के कार्य से मिली गति
उत्तर-पश्चिमी रेलवे अंतर्गत उदयपुर-असारवा रेलवे ट्रैक के इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य पूर्ण होने के बाद जनवरी माह के प्रथम पखवाड़े में इंदौर-असारवा-इंदौर वीरभूमि एक्सप्रेस और कोटा से असारवा और असारवा से कोटा एक्सप्रेस इलेक्ट्रिक पावर पैसेंजर ट्रेन पहुंची। इसके बाद अब रेलवे ने इस ट्रैक पर वंदे भारत ट्रेन संचालन को लेकर कदम बढ़ा दिए हैं। उदयपुर-असारवा वाया डूंगरपुर रेलवे ट्रैक उत्तर-पश्चिमी एवं पश्चिमी रेलवे के अंतर्गत आता है। ऐसे में दोनों ही रेलवे के अधिकारियों ने वंदेभारत ट्रेन संचालन के प्रस्ताव रेलवे मुख्यालय भेज रखे हैं। बताया जा रहा है कि रेलवे मुख्यालय से मौखिक सहमति मिल गई है तथा केवल औपचारिक स्वीकृति शेष है।
डूंगरपुर में स्टॉपेज नहीं, कहना जल्दबाजी
पिछले दिनों सोशल मीडिया पर वंदे भारत ट्रेन संचालन को लेकर तिथि एवं डूंगरपुर में स्टॉपेज नहीं होने की सूचना वायरल हुई थी। इस संबंध में रेलवे उच्चाधिकारियों से वार्ता की गई। इस पर उन्होंने कहा कि फिलहाल तिथि की घोषणा नहीं हुई है। वहीं, सोशल मीडिया पर वंदे भारत ट्रेन संचालन को लेकर वायरल हो रहा आदेश पश्चिमी रेलवे का है, जिसमें हिमतनगर में ही स्टोपेज की जानकारी दर्शाई है। अधिकारियों ने बताया कि यह ट्रैक उत्तर पश्चिमी ट्रैक अंतर्गत आता है और इस टै्रक पर टे्रन संचालन को लेकर दोनों ही रेलवे के प्रस्ताव हैं। उत्तर पश्चिमी रेलवे की ओर से भेजे गए प्रस्ताव में जावर और डूंगरपुर दोनों ही स्टेशन पर स्टॉपेज बताया है। हालांकि, फिलहाल यह कहना जल्दबाजी होगी कि कब से ट्रेन शुरू होगी और यह कहां-कहां रुकेगी।
छह दिन चलेगी
रेलवे सूत्रों के मुताबिक वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन नियमित नहीं चलेगी तथा यह सप्ताह में छह दिन चलेगी। मंगलवार का संचालन नहीं होगा। यह ट्रेन उदयपुर से सुबह 6.10 बजे रवाना होगी और 10 बजकर 25 मिनट पर असारवा पहुंचेगी। ट्रेन हिमतनगर में सुबह 9.10 पर पहुंचेगी। वापसी में ट्रेन असारवा से शाम 5.45 बजे रवाना होगी, जो रात में 10 बजे उदयपुर पहुंचेगी। स्टेशन पर निर्माण कार्य भी तेज
डूंगरपुर रेलवे स्टेशन को हेरिटेज लुक देने के लिए अमृत भारत योजना के तहत मिले करीब साढ़े 18 करोड़ के कार्य ने भी तेजी पकड़ ली है। इस साल के अंत तक कार्य पूर्ण होने की पूरी संभावना है। ऐसे में डूंगरपुर के स्टेशन का नया लुक यहां आने वाले यात्रियों को और अधिक आकर्षित करेगा।
8 कोच की चेयरकार
ट्रेन में आठ कोच होंगे, जिसमें चेयरकार होगा। उदयपुर-असारवा रूट पर बिजलीकरण का कार्य पूरा होने के बाद पहली बार इंदौर-असारवा और कोटा असारवा ट्रेन का संचालन हो गया है। अब वागड़-मेवाड़ के लोगों को आस है कि इस ट्रेक से बड़ौदा, सूरत, महाराष्ट्र आदि के लिए भी ट्रेन चले। साथ ही उदयपुर से दिल्ली जाने वाली ट्रेन डूंगरपुर से चलाई जाए। इससे यहां के लोगों को अधिक से अधिक साधन उपलब्ध हो।