स्वरूपगंज से रतलाम सीमा तक राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 927-ए की घोषणा वर्ष 2013 में हुई थी। 311 किलोमीटर लंबे इस राष्ट्रीय राजमार्ग को टू लेन पेव्ड शेल्डर बनाया गया है। पूर्व में बांसवाड़ा से दानुपर के आगे मध्यप्रदेश सीमा तक सड़क का कार्य राजस्थान राज्य सड़क विकास निगम की ओर से किया गया था। इसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से बांसवाड़ा से वजवाना तक 18 किलोमीटर का कार्य जनवरी 2020 में पूर्ण किया था।
भारी वाहनों से मुक्त रहेंगे कईं गांव
वर्ष 20-21 की वार्षिक कार्य योजना के अन्तर्गत गढ़ी-परतापुर बायपास की स्वीकृति मिली। साढ़े छह किमी बायपास अगरपुरा चौराहे से भीतरी हिस्सों से होता हुआ खेड़ा में निकल रहा हैं। वर्तमान बांसवाड़ा मार्ग पर खेड़ा से आगे नवागांव, भगोरा मोड़, बेड़वा, परतापुर, गढ़ी, चौपासांग, कुमजी का पारड़ा, मोर आदि गांव भारी वाहनों के आवागमन से मुक्त रहेंगे। वर्तमान में खेड़ा से अगरपुरा चौराहे के बीच 16 किलोमीटर की दूरी है। साढ़े छह किमी का बायपास बनने के बाद मुख्य मार्ग से करीब साढ़े नौ किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। वहीं खेड़ा से अगरपुरा बायपास मार्ग के बीच होकर गुजरने वाली चाप नदी पर हाइलेवल पुल का भी निर्माण किया गया है। इधर, 8.90 किमी के सागवाड़ा बायपास का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। इस मार्ग पर वरदा गांव का बायपास बनाया गया है जिससे अब वाहन चालकों को वरदा गांव में घुसने की जरूरत नहीं है। इस बायपास को कई माह पूर्व शुरू कर दिया गया है।
ऐसे घट रही दूरी
पूर्व में डूंगरपुर-बांसवाड़ा के बीच की दूरी करीब 110 किमी थी, जो अब घटकर 100 किमी रह गई है। अब वाहन चालकों को वरदा गांव, सागवाड़ा शहर, गढ़ी एवं परतापुर जाने की जरूरत नहीं रहेगी। वाहन चालक अब आसानी से गंतव्य तक कम समय में पहुंच सकेंगे। सागवाड़ा शहर एवं गढ़ी-परतापुर का बायपास निर्माण हो जाने से इन शहरों में बड़े वाहन प्रवेश किए बिना बायपास से ही निकल जाएंगे। इन शहरों में लगने वाले ट्राफिक जाम से मुक्ति मिलेगी। दोनों बायपास के लिए 187.65 लाख रुपए स्वीकृत हुए। कुल 15.40 किलोमीटर के दोनों बायपास में सिविल कार्य के निर्माण सड़क व पुल आदि निर्माण पर 88 करोड़ रुपए की लागत हुई है। वहीं शेष राशि भूमि अवाप्ति, हाइटेंशन लाइन शिफ्टिंग, पाइप लाइन शिफ्टिंग सहित अन्य कामों पर व्यय किया गया है।
वजवाना से सागवाड़ा तक 36 किलोमीटर के कार्य के लिए 48 करोड़ तथा सागवाड़ा से मोतली मोड़, डूंगरपुर तक के 62 किलोमीटर के कार्य के लिए 151 करोड़ रुपए की निविदा हुई थी।