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Success Story: कमजोरी को बनाई ताकत! नेत्रहीन स्कूल की शिक्षिका ने क्रैक किया UPSC, बताया अपना सक्सेस मंत्र 

Visually Impaired Ayushi Dabas Success Story: 29 वर्षीय आयुषी डबास ने अपनी कमियों के बाद भी जी तोड़ मेहनत करके UPSC परीक्षा पास कर ली।

नई दिल्लीDec 12, 2024 / 02:26 pm

Shambhavi Shivani

Visually Impaired Ayushi Dabas Success Story
Visually Impaired Ayushi Dabas Success Story: लाखों अभ्यर्थियों में से कुछ ही कैंडिडेट्स यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास कर पाते हैं। लेकिन हर साल इस टफ परीक्षा के लिए बहुत से सारे छात्र जी तोड़ मेहनत करते हैं। कुछ ऐसी ही कहानी है 29 वर्षीय आयुषी डबास की, जिन्होंने कई रुकावट के बाद भी UPSC परीक्षा में सफलता हासिल कर ली। 
IAS Ayushi Dabas

5वें प्रयास में हासिल की सफलता (Success Story Of Ayushi Dabas IAS)

दृष्टि दोष होने के बावजूद भी आयुषी ने देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी में शामिल होने का सपना देखा। आयुषी ने 5 सालों की कड़ी मेहनत के दम पर अपने 5वें प्रयास में 48वीं AIR रैंक के साथ UPSC CSE 2021 क्रैक कर लिया। उन्होंने वर्ष 2016 में यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी।  
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डीयू के इस कॉलेज से की है पढ़ाई

आयुषी अपने एक इंटरव्यू में कहती हैं कि उन्हें यकीन था कि वे परीक्षा पास कर लेंगी। लेकिन इस रैंक की उम्मीद नहीं थी। 50 से भी कम के भीतर आने से वे बेहद खुश हुईं। वे मूल रूप से यूपी की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा गृहनगर रानी खेड़ा से पूरी की। वहीं उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए दिल्ली चली गईं। दिल्ली के श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज से डिग्री ली। यहां उन्होंने तीनों ही साल टॉप किया। इसके बाद आयुषी ने इग्नू से इतिहास में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की। यही नहीं आयुषी ने JMI से बीएड भी किया है। आयुषी अधिकारी बनने से पहले पढ़ाती भी थीं।
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मां को दिया सफलता का क्रेडिट

आयुषी की मां गृहिणी हैं और उनके पिता पंजाब में एक निजी कंपनी में काम करते हैं। आयुषी ने इस उपलब्धि के लिए अपनी मां को क्रेडिट दिया। आयुषी ने बताया कि उनकी मां एक वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी थीं लेकिन 2020 में स्वेच्छा से अपने पद से सेवानिवृत्त हो गईं और बेटी की पढ़ाई लिखा में पूरा ध्यान लगा दिया। आशा रानी ने बेटी को परीक्षा पास करने के लिए हिम्मत दी।
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यूपीएससी अभ्यर्थियों को दिया सक्सेस मंत्र (Success Mantra)

एक इंटरव्यू में आयुषी ने कहा था, “2016 तक मैं मोबाइल फोन इस्तेमाल करना नहीं जानती थी। ऐसे में मेरे पूरे परिवार ने मिलकर स्टडी मटेरियल रिकॉर्ड किया। फिर मैं उन्हें री-प्ले करके सुनती थी। मेरी पूरी कहानी में हार्ड वर्क के साथ-साथ स्मार्ट वर्क का भी रोल रहा।” आयुषी का सक्सेस मंत्र है, “I Never Say Never.” 

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