उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद पहुंचे ईरान और इजरायल दोनों भारत के मित्र देश है और जब दो मित्र देशों के बीच लड़ाई होती है तो सरकार को काफी सोच समझकर निर्णय लेना होता है। जातिगत जनगणना पर उन्होंने संतुष्टि व्यक्त करते हुए कहा कि इस संबंध में सरकार के साथ विचार विमर्श होगा। कर्नाटक में हुई जनगणना को लेकर लोगों ने प्रश्न उठाए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी जनगणना जो रोल मॉडल बन सके।
फ्रांस में क्या होगा?
सलमान खुर्शीद ने कहा कि फ्रांस में क्या बातचीत होगी? इस विषय में सरकार की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई? बातचीत होने के बाद यदि सरकार विपक्ष को जानकारी देना चाहती है, सहयोग मांगती है तो विपक्ष को जानकारी होगी। उन्होंने कहा कि विश्व में अपराधियों को लेकर एक बड़ी समस्या है। एक अपराधी एक देश में अपराध करके दूसरे देश में शरण ले लेता है। दूसरा देश उसे अपराध को अपराध मानता है कि नहीं मानता है। इसके लिए एक संधि करनी पड़ती है। दो देश अपने कानून के अनुसार संधि बनाते हैं और उसे पर हस्ताक्षर करते हैं। इससे दोनों देशों को फायदा होता है और दोनों देश अपराधियों की अदला बदली करते हैं।
ठोस कार्रवाई करने की जरूरत
एक सवाल के जवाब में सलमान खुर्शीद ने कहा कि प्रधानमंत्री जब देश के बाहर होते हैं तो वह देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। उस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। लेकिन अब बात इतनी आगे बढ़ चुकी है कि कूटनीतिक और फॉरेन पॉलिसी पर इसका असर पड़ रहा है। पार्टी ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
अब बयानों से काम नहीं चलेगा
अब केवल बयानों से काम नहीं चलेगा। ठोस कदम उठाना पड़ेगा। केवल यह कह देना की युद्ध का युग नहीं है, काफी नहीं है। हमको भी युद्ध लड़ना पड़ा है। यदि कोई हम पर हमला करेगा तो हमें भी जवाब देना पड़ेगा। इसलिए हमारी पार्टी कहती है कि इसमें ठोस कदम उठाने की जरूरत है। पूर्व विदेश मंत्री फर्रुखाबाद दौरे पर आए थे।