गांव में हड़कंप, पुलिस ने शुरू की जांच
गांव में खबर फैलते ही हड़कंप मच गया और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस जांच में यह मामला पारिवारिक विवाद और हत्या का निकला। यह सनसनीखेज मामला फतेहपुर जिले के बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के कोरईया गांव का है। गांव के निवासी रामकृपाल सोनकर के तीन बेटे थे। इनमें सबसे बड़ा बेटा लवकुश सोनकर उर्फ छोटे (25 वर्ष) था जबकि उसके छोटे भाई कुलदीप और सुशील थे। परिजनों ने बताया कि लवकुश को शराब पीने की लत थी। वह अक्सर नशे में घर आता और परिवारवालों से झगड़ा और मारपीट करता था। इस वजह से पिता और परिवार के अन्य सदस्य उससे परेशान थे।
रात को हुआ था विवाद, फिर की हत्या
शुक्रवार रात को लवकुश शराब के नशे में धुत होकर घर पहुंचा और हमेशा की तरह गाली-गलौज करने लगा। जब उसने परिजनों से झगड़ा शुरू किया तो पिता रामकृपाल ने अपने दोनों बेटों कुलदीप और सुशील के साथ मिलकर उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माना। इस झगड़े ने हिंसक रूप ले लिया और गुस्से में आकर पिता और दोनों भाइयों ने उसे मारने का फैसला कर लिया। रात करीब 10 बजे तीनों ने लवकुश के हाथ-पैर भूसे की कोठरी में रस्सी से बांध दिए। इसके बाद गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। शव को छुपाने की कोशिश, लेकिन पुलिस ने खोला राज
हत्या के बाद इस घटना को छुपाने के लिए तीनों ने लवकुश का शव गांव से दूर जंगल के एक सूखे नाले में फेंक दिया। शनिवार सुबह जब ग्रामीणों ने शव देखा, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो परिवारवालों से पूछताछ के दौरान पूरा सच सामने आ गया।
हत्या में शामिल पिता और दोनों बेटों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में पिता रामकृपाल सोनकर और उसके दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी हत्या को छिपाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन साक्ष्यों और पूछताछ में सच्चाई सामने आ गई। इस घटना से पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। पुलिस ने आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और मामले की गहराई से जांच जारी है।