ड्रोन से की जा रही निगरानी
गौ-तस्करी की रोकथाम के लिए पुलिस ने तकनीक का सहारा भी लिया है। संभावित क्षेत्रों में ड्रोन से निगरानी की जा रही है। इन क्षेत्रों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की जा रही है। पुलिस नए गौ तस्करों की पहचान कर उन्हें सूचीबद्ध कर रही है।
कई गौ-तस्करों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक डॉ ईरज राजा ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया, “जनपद में 40 गौ-तस्करों की सूची के आधार पर कार्रवाई की गई। कई गौ-तस्करों और संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस को कुछ संदिग्ध वस्तुएं भी मिली हैं, जिनकी जांच की जा रही है। पिछले दिनों में लगभग 30 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। कई गौ-तस्करों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। सात गैंग पंजीकृत किए गए हैं।”
पुलिस ने चिह्नित किए हॉटस्पॉट
पुलिस अधीक्षक ने बताया, “गाजीपुर में 105 किलोमीटर लंबा नदी किनारा है, जो बिहार से सटा हुआ है। नदी मार्ग से होने वाली गौ-तस्करी को रोकने के लिए दिन में ड्रोन सर्विलांस किया गया है। हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं। जहां भविष्य में छापेमारी की जाएगी। नाइट विजन ड्रोन से रात्रि पेट्रोलिंग की जाएगी।” उन्होंने बताया, “गौ-तस्करों पर गैंगस्टर, गुंडा एक्ट और एनएसए तक की कार्रवाई की जाएगी। बिहार के बक्सर और कैमूर जनपदों से सटी सीमा के कारण गौ-तस्कर बिहार और बंगाल तक पशु तस्करी करते हैं। जिस पर हर हाल में रोक लगाई जाएगी।