यूनिवर्सिटी के सभी शुल्क में दोगुना वृद्धि
DDU गोरखपुर विश्वविद्यालय द्वारा विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के पंजीकरण, परीक्षा फार्म, बैक पेपर, अंकपत्र तथा उपाधि के संशोधन हेतु विलम्ब शुल्क तथा ट्रांसफर सिर्टिफिकेट (टी.सी ), माईग्रेशन तथा प्रोविजनल हेतु निर्धारण शुल्क की समिति बैठक में विद्यार्थियों द्वारा देय इन सभी शुल्क में दोगुना वृद्धि का प्रस्ताव पारित।
वसूला जा रहा है 150 प्रतिशत
इसके उपरांत जो टी.सी, माईग्रेशन और प्रोविजनल देय शुल्क विद्यार्थियों के लिए 200 रुपये था उसमें 150 % की वृद्धि कर 500 रुपया कर दिया गया,वर्तमान तक बैक पेपर का फार्म भरते समय प्रति छात्र सैमेस्टर मात्र 500 रुपया शुल्क लिया जाता था उसमें वृद्धि कर प्रति छात्र प्रति पेपर 500 रुपये का फरमान इस समिति बैठक में पारित किया गया।
शुल्क वृद्धि अनुचित और छात्र विरोधी: मयंक
अभाविप गोरक्ष प्रांत मंत्री मयंक राय ने कहा की छात्र पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, और इस तरह की शुल्क वृद्धि अनुचित और छात्र विरोधी है। गोरखपुर विश्वविद्यालय के अधिकांश मेधावी विद्यार्थी निम्न स्तर परिवार से आते हैं, इस प्रकार के दिशाहीन व विचारहिन शुल्क वृद्धि उन पर अतरिक्त आर्थिक बोझ डालने का काम करेगी जिसका विद्यर्थी परिषद विरोध करती है।
छात्र हितों की रक्षा करेगी ABVP: रौशन
अभाविप गोरखपुर विश्वविद्यालय इकाई के उपाध्यक्ष रौशन कुमार ने कहा की शिक्षा सभी के लिए सुलभ और किफायती होनी चाहिए।बढ़ी हुई फीस ने विशेष रूप से ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को प्रभावित किया है, विद्यार्थी परिषद ने हमेशा छात्र हितों की रक्षा के लिए संघर्ष किया है और आगे भी करता रहेगा।
यूनिवर्सिटी तत्काल ठोस कदम उठाए : निखिल
अभाविप गोरखपुर विश्वविद्यालय इकाई मंत्री निखिल राय ने कहा कि विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है, गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्रों का भविष्य संकट में है। विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार छात्रों के हितों की अनदेखी कर रहा है और शिक्षा के नाम पर एक बड़ी लूट मचाई जा रही है। हम विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करते हैं की तत्काल इसे सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए। उक्त अवसर पर प्रांत सह मंत्री अर्पित कसौधन, निखिल गुप्ता, ओंकार मिश्रा,महानगर मंत्री शुभम गोविन्द राव, दीपक पांडेय, अभिषेक मौर्या, किशन मिश्र आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहें।